टाटा पावर सोलर को सौंपा गया भारत का सबसे बड़ा, 945 करोड़ रुपयों का सोलर एंड बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट

राष्ट्रीय, 03 दिसंबर 2021:  भारत की सबसे बड़ी एकीकृत सौर ऊर्जा कंपनी और टाटा पावर की संपूर्ण मालिकी की उपकंपनी टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड (टाटा पावर सोलर) को सोलर एनर्जी कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (एसईसीआई) से लेटर ऑफ़ अवार्ड मिला है, जिसके अनुसार टाटा पावर सोलर 120 मेगावाटहर्ट्ज़ यूटिलिटी स्केल बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) के साथ 100 मेगावाट ईपीसी सोलर प्रोजेक्ट का निर्माण करेगी। इस परियोजना का कुल कॉन्ट्रैक्ट मूल्य करीबन 945 करोड़ रूपए है और इसे 18 महीनों के भीतर पूरा किया जाएगा।

अब टाटा पावर सोलर का यूटिलिटी स्केल ईपीसी ऑर्डर बुक 4.4 गीगावाट (डीसी) क्षमता का हो चूका है, जिसका मूल्य करीबन 9000 करोड़ रूपए (जीएसटी के बिना) है, इस उपलब्धि ने भारत की अग्रसर सोलर ईपीसी कंपनी के रूप में टाटा पावर सोलर का स्थान और अधिक मजबूत किया है।

कंपनी की इस उपलब्धि पर टाटा पावर के सीईओ और एमडी डॉ. प्रवीर सिन्हा ने बताया, भारत के सबसे बड़े यूटिलिटी स्केल, बीईएसएस प्रोजेक्ट के साथ सोलर ईपीसी प्रोजेक्ट्स के निर्माण का यह प्रतिष्ठित ऑर्डर एसईसीआई से मिला यह हमारे लिए बहुत ही ख़ुशी की बात है। यह बीईएसएस के साथ दूसरा ग्रिड-स्केल सोलर प्लांट है और सौर ऊर्जा क्षेत्र में परियोजना कार्यान्वयन क्षमताओं में टाटा पावर सोलर द्वारा किए जा रहे अग्रणी कार्य को दर्शाता है।”   

एसईसीआई परियोजना स्थान छत्तीसगढ़ में है और इस ऑर्डर की व्याप्ति में परियोजनाओं का इंजीनियरिंग, रचना, आपूर्ति, बनावट, निर्माण, जांच, ओएंडएम और उन्हें शुरू करना शामिल हैं।

टाटा पावर ने हमेशा से ही नवाचार के साथ नयी प्रौद्योगिकियों के स्वीकार पर सबसे अधिक ध्यान दिया है। इस सफलता के साथ कंपनी ने शुद्ध ऊर्जा क्षेत्र में बीईएसएस के साथ अपनी विविधतापूर्ण प्रस्तुतियों को और अधिक मज़बूत किया है।

पिछले कई सालों से टाटा पावर सोलर अपनी आकर्षक अर्थनीतियों के साथ, खास कर वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों के लिए, भारत की एक अग्रणी सोलर रूफटॉप ईपीसी कंपनी बनी हुई है। कई बड़ी परियोजनाओं के कार्यान्वयन की सफल पृष्ठभूमि टाटा पावर सोलर के पास है, जिनमें 80 मेगावाट एनटीपीसी जेतसार, केरल में 50 मेगावाट कासरगोड, 100 मेगावाट जीआईपीसीएल राघनेसडा, 100 मेगावाट टीपीआरईएल राघनेसडा, 30 मेगावाट जीएसईसीएल शामिल हैं। लेह में 50 मेगावाटहर्ट्ज़ बैटरी स्टोरेज के साथ और एक 50 मेगावाट की नवीनतापूर्ण सौर परियोजना निष्पादित की जा रही है।

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