राजस्थान में गांवों के भूजल भंडार को रिचार्ज करने के लिए पीएनबी हाउसिंग ने शुरू किया वाटरशेड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट

करौली,03 मार्च 2022- पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस की सीएसआर शाखा पहल फाउंडेशन ने गुरुग्राम स्थित एनजीओ एसएम सहगल फाउंडेशन के साथ मिलकर राजस्थान के करौली जिले में एकीकृत वाटरशेड विकास परियोजना जल खुशहालीशुरू की है। इस परियोजना का लक्ष्य करौली जिले के नादौती प्रखंड के चैनपुरा और मुहाना गांवों के छोटे और हाशिए के किसान समुदायों की आर्थिक और सामाजिक फासले को कम करना है.

जल खुशहाली प्रोजेक्ट के तहत तालाब और दो चेक डैम बनाकर भूमिगत जल का संचयन, मौजूदा प्राकृतिक संसाधनों को फिर से जीवंत करने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। इस परियोजना के तहत करौली के लोगों के लिए स्वच्छ पानी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए उन्हें पानी और स्वच्छता के बुनियादी ढांचे की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। साथ ही, पहल फाउंडेशन द्वारा स्थानीय समुदायों को जल संरक्षण प्रथाओं के बारे में शिक्षित करने के लिए एक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।

वर्षा के पैटर्न में अनिश्चितता और हाशिए के किसानों के बीच दीर्घकालिक कृषि पद्धतियों के बारे में जागरूकता की कमी के कारण उत्पादकता कम होती है और इन्हीं कारणों से लोगों को चिकित्सा संबंधी जटिलताओं का भी सामना करना पड़ता है। जमीनी स्तर के प्रतिनिधियों की एक टीम ग्राम विकास समिति (वीडीसी) की मदद से ग्राम पंचायतों की क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगी ताकि महत्वपूर्ण सेवाओं और योजनाओं के प्रति उनके कामकाज में सुधार हो सके।

प्रोजेक्ट के के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ हरदयाल प्रसाद ने कहा, ‘‘ग्रामीण इलाकों में, पानी की कमी एक बारहमासी समस्या रही है। प्राचीन समय में ग्रामीण लोग तालाबों, बांधों और कृत्रिम जलाशयों के निर्माण जैसे प्राकृतिक साधनों के माध्यम से जल संचयन तकनीकों से अच्छी तरह परिचित थे। ज्ञान के इस पारंपरिक भंडार को ध्यान में रखते हुए, भूजल भंडार को रिचार्ज करने के लिए स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर यह वाटरशेड विकास परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं। हमारा मानना है कि जल सुरक्षा पहलों में स्थानीय हितधारकों को सक्रिय रूप से साथ लेना अनिवार्य है क्योंकि उनकी भागीदारी से जल संरक्षण के प्रयासों को अधिक बल मिलता है। इसके अलावा, ग्रामीण समूहों की भागीदारी स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण सहायक के रूप में कार्य करती है। इसलिए, पहल फाउंडेशन द्वारा हमारी परियोजनाओं में अपनाए गए दृष्टिकोण से इन क्षेत्रों के सभी छोटे और हाशिए के किसानों को लाभ होगा।’’

इस साझेदारी मॉडल के एक अभिन्न अंग के रूप में पीएनबी हाउसिंग जल खुशहाली जैसी पहलों में निवेश करता है, जो ग्रामीण विकास की दिशा में जल संचयन संबंधी प्रयासों को और बढ़ाने, प्राकृतिक बुनियादी ढांचे की संपत्ति की रक्षा करने, शहरों को पानी सुरक्षित बनाने के लिए खराब और अवरुद्ध जल निकायों को बहाल करने और फिर से जीवंत करने के लिए मार्गदर्शन कर सकता है।

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