वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 29 मार्च 2022 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा

मुंबई, 28 मार्च, 2022: वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस लिमिटेड (“कंपनी” या “जारीकर्ता”) का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (“ऑफर’’) 29 मार्च 2022 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। इस आईपीओ के लिए एंकर निवेशक 28 मार्च 2022 को बोली लगा पाएंगे।

इस ऑफर के तहत 10 रुपये के अंकित मूल्य वाले प्रति इक्विटी शेयर का प्राइस बैंड 130 से 137 रुपये तय किया गया है। न्यूनतम 100 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 100 इक्विटी शेयरों के गुणकों में बोली लगाई जा सकती है।

इस ऑफर में जारीकर्ता की तरफ से 10 रुपये (“इक्विटी शेयर”) के अंकित मूल्य वाले 2,000 मिलियन रुपये तक के शेयर जारी किए जाएंगे।

यह ऑफर प्रतिभूति अनुबंध (विनियमन) नियम, 1957 के नियम 19(2)(बी) के अनुसार सार्वजनिक किया जा रहा है, जो संशोधित है और इसे सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (इश्यू ऑफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) 2018 के नियमन 31, जो संशोधित है (“सेबी आईसीडीआर रेग्युलेशंस’’) के साथ पढ़ा जाना ताहिए। यह प्रस्ताव सेबी आईसीडीआर विनियमों के विनियम 6(2) के मुताबिक बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से किया जा रहा है, जिसमें योग्य संस्थागत खरीदारों (“क्यूआईबी’’) (“क्यूआईबी हिस्सा’’) को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए शुद्ध प्रस्ताव का 75% से अधिक हिस्सा उपलब्ध नहीं होगा। बीआरएलएम की सलाह के मुताबिक कंपनी क्यूआईबी के लिए आरक्षित 60% तक के हिस्से को विवेकाधीन आधार पर (“एंकर इनवेस्टर्स हिस्सा’’) एंकर या मुख्य निवेशकों को आवंटित कर सकती है और इनमें से एक तिहाई घरेलू म्युचुअल फंड कंपनियों के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते कि घरेलू म्युचुअल फंडों से उस कीमत पर या उससे अधिक की वैध बोलियां प्राप्त हों, जिस पर एंकर निवेशकों को इक्विटी शेयर आवंटित किए जाते हैं।

एंकर निवेशकों के हिस्से के अंडर-सब्सक्रिप्शन या गैर-आवंटन की स्थिति में, शेष इक्विटी शेयरों को क्यूआईबी भाग (एंकर निवेशक भाग के अलावा) (“शुद्ध क्यूआईबी हिस्‍सा“) में जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, ऑफर मूल्य पर या उससे ऊपर प्राप्त होने वाली बोलियों के आधार पर शुद्ध क्यूआईबी भाग का 5% आनुपातिक आधार पर केवल म्युचुअल फंड के आवंटन के लिए उपलब्ध होगा और शेष शुद्ध क्यूआईबी भाग सभी क्यूआईबी को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, जिसमें म्युचुअल फंड भी शामिल है। हालांकि, अगर म्युचुअल फंड से कुल मांग क्यूआईबी हिस्से के 5% से कम है, तो म्युचुअल फंड हिस्से में आवंटन के लिए उपलब्ध शेष इक्विटी शेयरों को क्यूआईबी के आनुपातिक आवंटन के लिए शेष शुद्ध क्यूआईबी हिस्से में जोड़ा जाएगा।

इसके अलावा, गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए शुद्ध प्रस्ताव का 15% से अधिक उपलब्ध नहीं होगा और खुदरा व्यक्तिगत बोलीदाताओं (“आरआईबी”) को आवंटन के लिए शुद्ध प्रस्ताव का 10% से अधिक उपलब्ध नहीं होगा। यह सेबी आईसीडीआर विनियमों के अनुसार, प्रस्ताव मूल्य पर या उससे ऊपर प्राप्त होने वाली वैध बोलियों के अधीन है। सभी बोलीदाता (एंकर निवेशकों के अलावा) अनिवार्य रूप से ब्लॉक राशि (“एएसबीए”) प्रक्रिया द्वारा समर्थित आवेदन के माध्यम से इस प्रस्ताव में भाग लेंगे और अपने संबंधित बैंक खाते (यूपीआई तंत्र का उपयोग करने वाले आरआईबी के लिए यूपीआई आईडी सहित) का विवरण प्रदान करेंगे जिसमें बोली राशि को स्व-प्रमाणित सिंडिकेट बैंकों या प्रायोजक बैंकों द्वारा ब्लॉक किया जाएगा। एंकर निवेशकों को एएसबीए (एएसबीए) प्रक्रिया के माध्यम से ऑफर में भाग लेने की अनुमति नहीं है।

इस ऑफर में पेश किए गए इक्विटी शेयरों का बीएसई लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड दोनों में सूचीबद्ध होना प्रस्तावित है।

यहां इस्तेमाल किए गए लेकिन परिभाषित नहीं किए गए सभी बड़े शब्दों का वही अर्थ होगा जो रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस और प्रॉस्पेक्टस में उनके लिए दिया गया है।

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