आईआईएम उदयपुर के 2-वर्षीय ऑनलाइन पीजीडीबीए के पहले बैच को मिला जबरदस्त रेस्पॉन्स

उदयपुर, 13 जून, 2022- ग्लोबल एक्रिडिटेशन और रैंकिंग के लिए मान्यता प्राप्त एक प्रीमियर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट उदयपुर को हाल ही लॉन्च किए गए अपने पाठ्यक्रम पीजीडीबीए-डब्ल्यूई (वर्किंग एक्जीक्यूटिव के लिए बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा) के लिए जबरदस्त रेस्पॉन्स मिला है। यह ऐसे वर्किंग एक्जीक्यूटिव्स के लिए बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन प्रोग्राम में बीस महीने का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा है, जिनके पास कम से कम तीन साल का पूर्णकालिक योग्यता कार्य अनुभव है। इस कार्यक्रम में 2 ऑन-कैंपस वन-वीक मॉड्यूल के साथ हर सप्ताहांत में ऑनलाइन मोड में कक्षाएं आयोजित होंगी।

पाठ्यक्रम आईआईएम उदयपुर के विश्व स्तरीय संकाय सदस्यों द्वारा पढ़ाया जाता है और इसका उद्देश्य व्यवसाय प्रबंधन की एक ठोस नींव और गहरी समझ के साथ पेशेवरों की परफॉर्मेंस और कॅरियर ग्रोथ में सुधार करना है। चयन जीमैट/जीआरई/सीएटी या आईआईएम उदयपुर द्वारा आयोजित परीक्षा में प्राप्त अंकों के साथ-साथ व्यक्तिगत साक्षात्कार के माध्यम से किया गया था। आईआईएमयू ने पहले पाठ्यक्रम को ऑन-कैंपस मोड में शुरू किया था और फिर उम्मीदवारों की मांग को ध्यान में रखते हुए इसे ऑनलाइन मोड में बदल दिया था, ताकि विद्यार्थी अपने स्थान से ही इस पाठ्यक्रम में शामिल हो सकें।

यह पाठ्यक्रम मैनेजमेंट की बुनियादी बातों के साथ-साथ इलेक्टिव कोर्स ऑप्शंस में भी एक मजबूत नींव रखने में सक्षम बनाता है। क्लासरूम सेशन के दौरान केस-आधारित लर्निंग एप्रोच का उपयोग किया जाता है। इस तरह वास्तविक जीवन की स्थितियों को कक्षा में उतारा जाता है और छात्रों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया जाता है कि वे सीखने की अपनी प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें। साथ में सेमिनार, सिमुलेशन, गेम, रोल-प्ले, अतिथि व्याख्यान और समूह गतिविधियों का भी उपयोग किया जाता है। प्रतिभागियों को अपनी कम्युनिकेशन स्किल का इस्तेमाल करते हुए समस्याओं को अपने अनुकूल बनाने
और उनका हल करने के लिए प्रेरित किया जाता है।

पाठ्यक्रम कंपनी स्पॉन्सरशिप के साथ खुला है, लेकिन उन कंपनियों को प्राथमिकता दी जा सकती है, जिन्होंने पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने के मकसद से अपने कर्मचारियों को सपोर्ट किया है।

पाठ्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर अपने पहले 1 सप्ताह के ऑन-कैंपस मॉड्यूल के लिए बैच का स्वागत करते हुए, आईआईएम उदयपुर के डायरेक्टर प्रो जनत शाह ने कहा, ‘‘रिसर्च के माध्यम से हमने ऐसे प्रतिभावान लोगांे को तैयार किया है, जिनके ज्ञान और प्रबंधकीय कौशल को सब मानते हैं। हमें देश के सर्वश्रेष्ठ शोध संस्थानों में से एक के रूप में मान्यता दी गई है और हमारा लक्ष्य 2030 तक यूटी डलास रैंकिंग में शामिल होना है जहां वर्तमान में कोई भी भारतीय संस्थान सूचीबद्ध नहीं है। हम शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसी क्रम में वर्किंग एक्जीक्यूटिव्स के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने की हमारी इस पहल से प्रोफेशनल लोगांे को न केवल बराबर रहने में मदद मिलेगी, बल्कि वे अपने कॅरियर को भी और बेहतर बना पाएंगे। हमने बहुत पहले ही अपने सभी कार्यक्रमों में डिजिटल तकनीक को अपना लिया था और आज हम देख रहे हैं कि इंडस्ट्री में इसे बहुत जरूरी और प्रासंगिक माना जा रहा है।’’

इस अवसर पर बोलते हुए डियाजियो में डायरेक्टर-ह्यूमन रिसोर्सेज अरुण कृष्णन ने कहा, ‘‘आज मुझे उन प्रोफेशनल लोगांे को संबोधित करते हुए खुशी हो रही है, जिन्होंने इस अवसर का लाभ उठाने के लिए खुद को फिर से तैयार किया है। मेरा सुझाव है कि आप हमेशा परिणाम की बजाय अनुभव पर ध्यान केंद्रित करें, विनम्र, जिज्ञासु बनें, और किसी भी चीज़ के बारे में डर का भाव नहीं रखें या उसे लेकर न तो अभिभूत हों और न कभी अति आत्मविश्वास का प्रदर्शन करें। सटीक टूलसेट, बेहतर कौशल और स्वस्थ मानसिकता के साथ बस, अपने उद्देश्य के बारे में सोचें। और हमें इतना फ्लेक्सिबल होना होगा कि हम नई चीजों को आसानी से सीख सकें, नए परिवर्तनों को अपनाएं और सीखन की इस निरंतर यात्रा का आनंद ले सकें।’’

पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में मदद करना है। परीक्षा से संबंधित सभी आवश्यकताओं को सफलतापूर्वक पूरा करने पर प्रतिभागियों को ’पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन फॉर वर्किंग एक्जीक्यूटिव्स बाई आईआईएम उदयपुर’ से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें एलुमनी का दर्जा भी दिया जाएगा।

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