वेदांता ने जीएसटी पर एसोचैम के राष्ट्रीय सम्मेलन में अपनी सातवीं ‘टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट’ को जारी किया

दिल्ली/मुंबई, 06 जुलाई, 2022- कॉरपोरेट गवर्नेंस के उच्चतम मानकों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए वेदांता लिमिटेड ने आज वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिए अपनी सातवीं ‘टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट’ को जारी किया। जीएसटी पर एसोचैम के राष्ट्रीय सम्मेलन में सार्वजनिक की गई यह रिपोर्ट कंपनी द्वारा अर्जित किए गए लाभ और भुगतान किए गए करों को सार्वजनिक करने की दिशा में पूर्ण पारदर्शिता को अपनाने का प्रमाण है।

इस अवसर पर वेदांता लिमिटेड के ग्रुप सीईओ श्री सुनील दुग्गल ने कहा, ‘‘अपनी सातवीं टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट पेश करते हुए हमें खुशी का अनुभव हो रहा है, जिसमें राजकोष में अब तक का सबसे अधिक 54,165 करोड़ रुपए का योगदान है, जो वर्ष के लिए समेकित कारोबार का 41 प्रतिशत है। यह राशि वित्त वर्ष 2021 में अदा किए गए 34,562 करोड़ रुपए से कहीं अधिक है। पिछले सात वर्षों में, राजकोष में वेदांता समूह का समेकित योगदान 2.65 लाख करोड़ रुपए है। हम अपनी ईएसजी प्रतिबद्धताओं पर प्रमुख जोर देने के साथ देश के आर्थिक विकास को सपोर्ट करने की दिशा में एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।’’

वेदांता लिमिटेड देश के कुछ कॉरपोरेट्स में से एक है जो कंपनी की व्यावसायिक गतिविधियों से संबंधित प्रमुख घटकों के जरिये उत्पन्न आर्थिक मूल्य, करों का भुगतान और प्रत्येक वर्टिकल द्वारा किए गए योगदान की रिपोर्ट करता है। पिछले वित्तीय वर्ष में, वेदांता ने 141,377 करोड़ रुपए का प्रत्यक्ष आर्थिक मूल्य उत्पन्न किया और इस तरह अपने परिचालन क्षेत्रों में हजारों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने में कामयाबी हासिल की। प्रत्यक्ष करों के मामले में, सरकारी क्षेत्र में कंपनी का योगदान निजी क्षेत्र की टॉप कंपनियों में है।

एसोचैम के नेशनल कॉन्क्लेव में वेदांता लिमिटेड की 7वीं टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट को लॉन्च करते हुए वेदांता लिमिटेड के ग्रुप हेड – टैक्सेशन श्री अजय अग्रवाल ने कहा, ‘‘वर्षों से, वेदांता ग्र्रुप टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट तैयार कर रहा है, जिससे राजकोष में किए गए हमारे योगदान का स्पष्ट खुलासा होता है। वेदांता की टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट वित्त वर्ष-22 भारत में और विश्व स्तर पर भी वेदांता समूह द्वारा किए गए योगदान के बारे में जानकारी प्रदान है। इस तरह की रिपोर्ट अन्य कॉरपोरेट्स को भी आगे आने और अपना योगदान साझा करने का अवसर देती है।’’

18,539 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी के साथ वेदांता के तेल और गैस संचालन का सबसे बड़ा योगदान था, इसके बाद जिंक का योगदान था, जिसने 15,825 करोड़ रुपए का योगदान दिया। एल्युमीनियम और तांबे ने क्रमशः 7,475 करोड़ रुपए और 4,565 करोड़ रुपए का योगदान दिया।

वेदांता सरकार और समाज सहित कई हितधारकों के लिए दीर्घकालिक स्थायी मूल्य निर्माण में मजबूती से विश्वास करती है। पारदर्शिता कंपनी के कोर वैल्यू में शामिल है और इसी कारण, कंपनी करों का पारदर्शी और सीधे तरीके से प्रबंधन करके कर रिपोर्टिंग में सबसे आगे रहती है।

 

About Manish Mathur