खाटू श्याम का लक्खी मेले को लेकर सीकर में बैठक, कब खुलेगा मंदिर जाने

खाटू श्याम का लक्खी मेला शुरू होने जा रहा है। मंगलवार को मेले को लेकर सीकर के कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक हुई। हालांकि वर्तमान में 13 नवंबर से मंदिर को खाटू कस्बे में हो रहे विकास कार्यों के लिए बंद किया है। लेकिन अभी तक कई काम पूरे नही हुए हैं। ऐसे में आज मंदिर को खोलने की तारीख तय नही हो सकी। बैठक में जिला कलक्टर डॉ अमित यादव और एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने डिपार्टमेंटस के अधिकारियों को कहा है कि इस वीकेंड तक काम पूरा करें या उसे मोटरेबल मोड में लेकर आए। जिसके बाद मंदिर को खोलने की तारीख तय की जाए।

बैठक में अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में चल रहे कई विकास कार्यों की टाइमलाइन पहले 20 दिसंबर, 25 दिसंबर थी। जो लगातार आगे बढ़ती रही। लेकिन कई काम अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं। इस वीक में सभी काम को बाइंड अप कर ले या उन्हे मोटरेबल मोड में लेकर आए । यदि काम पूरा नही होता है और यदि अव्यवस्था होती है तो संबंधित अधिकारी को सस्पेंड कर दिया जाएगा। इसके बाद वह अपनी कार्रवाई करते रहे।

बैठक में सीकर के महिला थाना अधिकारी कमल कुमार ने कहा कि मेले के दौरान खाटू कस्बे में ई-रिक्शा संचालक श्रद्धालुओं से ज्यादा पैसे मांगते हैं। इस पर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि इसको लेकर उनके यूनियन से मीटिंग कर रेट फिक्स कर लिया जाए। वहीं यदि पार्किंग व्यवस्था नगर पालिका की ओर से अधिकृत फर्म करती है। तो वह प्रॉपर जाब्ता रखें। या फिर पुलिस को पहले से ही पार्किंग व्यवस्था संभालने के बारे में अवगत करवा दें।

बैठक में सड़कों के अधूरे काम का मुद्दा उठा। इस पर जिला कलक्टर डॉ अमित यादव ने कहा कि सड़कों को जल्द से जल्द मोटरेबल कर दें जिससे कि मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नही हो। इसके अतिरिक्त नीचे झूलते तार, रोशनी के लिए लाइट्स की व्यवस्था का काम कर लें।

बैठक में जिला कलक्टर डॉ अमित यादव ने कहा मंदिर कमेटी ने खाटूश्यामजी सीएचसी को गोद लिया हुआ है। ऐसे में मेले से पहले वह सीएचसी के नए भवन में आईसीयू में काम आने वाली तमाम मशीनें सहित अन्य सामान मुहैया करवा दे। इसके अतिरिक्त चिकित्सा विभाग के अधिकारी मरीज को ले जाने के लिए डेडीकेटेड रास्ते और अपने मेडिकल पॉइंट्स समेत तमाम चीजें चिन्हित कर ले। वहीं बैठक में सीकर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि मंदिर कमेटी इस बार निशान कलेक्शन के लिए मंदिर परिसर से पहले ही लखदातार ग्राउंड के आसपास जगह चिन्हित करे।

बैठक में पुलिसकर्मियों ने कहा कि पलसाना के रास्ते पर कई खेत ऐसे हैं। जहां खेत मालिक अपने खेतों में ही पार्किंग करवा लेते हैं। इससे सड़क पर ट्रैफिक जाम होता रहता है। इस पर जिला कलेक्टर डॉ अमित यादव ने निर्देशित किया कि ऐसे खेत मालिकों को पहले ही नोटिस देकर पाबंद कर दिया जाए। यदि उनके इस काम से कोई नुकसान होता है। तो जिम्मेदारी उनकी ही होगी।

बैठक में अधिकारियों ने कहा कि मेले के दौरान ड्यूटी में लगने वाले सभी मंदिर कमेटी के स्वयंसेवक, भंडारे के लिए परमिशन सहित तमाम स्वीकृति एक ही अथॉरिटी से क्लियर हो जिससे कि मेले के दौरान कोई अव्यवस्था नही हो। वहीं भंडारों, के परमिशन जारी करने से पहले यह सुनिश्चित किया जाए कि भंडारों का एंट्रेंस सड़क की तरफ नहीं हो। जिससे कि सड़क पर ट्रैफिक जाम या अन्य कोई दुर्घटना होने की संभावना रहे। वहीं मेले के दौरान डीजे पर प्रतिबंधित रहेंगे। हालांकि कस्बे में संचालित हो रहे धर्मशालाओं और होटलों में होने वाले जागरण कार्यक्रम के दौरान मेला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों को ध्यान में रखें।

बैठक में अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि मेले के दौरान पूरे कस्बे में 350 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जिनका कंट्रोल रूम खाटूश्यामजी पुलिस थाने के स्वागत कक्ष के ऊपर बनाया जाएगा। इस पर एसपी को राष्ट्रीय ने कहा कि इन कैमरों की फीड अभय कमांड सेंटर से कनेक्ट कर दें।

बैठक में जिला कलेक्टर डॉ अमित यादव ने कहा कि मेले के दौरान कस्बे और आसपास में होटल्स और ढाबों, अन्य जगह पर डस्टबिन में खाने का वेस्टेज पड़ा होता है। ऐसे में नगरपालिका डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए पहले ही टेंडर जारी कर दे। वही खुले में घूमने वाले गोवंश को मंदिर कमेटी की ओर से रींगस रोड पर संचालित गौशाला में शिफ्ट किया जाए। आवारा कुत्तों को कस्बे से बाहर छोड़ने के लिए भी जल्द से जल्द टेंडर किया जाए जिससे कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नही हो।

मेले में स्काउट गाइड वालंटियर को तैनात करने की बात पर सीकर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप और जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने कहा कि स्काउट गाइड की तरफ से कई बार इतने छोटे बच्चों को स्वयंसेवक लगा दिया जाता है। जो वहां रोने लगते हैं। इस पर स्काउट गाइड के बसंत कुमार लाटा ने कहा कि मेले के दौरान बोर्ड क्लासेज के एग्जाम रहते हैं। ऐसे में 13 साल से ऊपर के उन्हीं बच्चों को तैनात किया जाता है। जिनकी बोर्ड परीक्षा नही हो। हालांकि एनसीसी कैंडीडेट्स की भी मेले के दौरान ड्यूटी लगाई जाती है लेकिन वह कभी आते ही नहीं है। इस पर सीकर जिला कलेक्टर डॉ अमित यादव ने कहा कि 11 th क्लास और उससे अधिक उम्र के स्वयंसेवकों को ही मेले में लगाया जाए।

बैठक में चाइल्डलाइन के मेंबर ने कहा कि मेले के दौरान भिक्षावृत्ति होती है। ऐसे में इसे रोकने के लिए नगरपालिका के वाहनों से प्रचार प्रसार किया जाए। इसके अलावा जो बच्चे मेले के दौरान लापता हो जाते हैं उनके लिए एक ऐसा स्थान बनाया जाए जहां बच्चों को यदि रखा जाए तो उन्हें चाइल्ड फ्रेंडली माहौल मिले। इस पर सीकर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि मंदिर खुलने के साथ ही चाइल्ड लाइन और स्थानीय पुलिस भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चों को रेस्क्यू करने के लिए काम शुरू कर दें और जो बड़ी उम्र के लोग भिक्षावृत्ति करते हैं उन्हे कस्बे से दूर छोड़ दिया जाए।

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