भारतीय लोग कार खरीदने से पहले तकरीबन 3 घण्टे ऑनलाईन सर्च करते हैं; CARS24 की रिपोर्ट ने बताया

नई दिल्ली, 08 अप्रैल, 2023: सैकंड हैंड गाड़ियों के लिए भारत की जानी-मानी ऑटो टेक कंपनी CARS24 द्वारा जारी रिपोर्ट ड्राइव टाईम क्वार्टरली के मुताबिक भारतीय उपभोक्ताओं के द्वारा सैकंड हैंड गाड़ियों की खरीद-बिक्री में काफी वृद्धि हुई है। CARS24 के अनुसार 2022 की पहली तिमाही की तुलना में 2023 की पहली तिमाही (यानि जनवरी से मार्च के बीच) के दौरान बिक्री में 100 फीसदी की ज़बरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
सैकंड हैंड कार आज के उपभोक्ताओं के लिए व्यवहारिक विकल्प हैं क्योंकि वे कार खरीदते समय इस बात पर ध्यान देते हैं कि उन्हें उचित कीमत पर अच्छी कार मिले, साथ ही सैकंड हैंड गाड़ी पर उन्हें फाइनैंसिंग के विकल्प और एक्सटेंडेड वारंटी जैसे ऑफर्स भी आसानी से मिल जाते हैं। सैकंड हैंड गाड़ियों की खरीद-बिक्री के लिए ऑनलाईन मार्केटप्लेस एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की बढ़ती लोकप्रियता के चलते आज सैकंड हैंड गाड़ियां खरीदने की पूरी प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है।
ऑनलाईन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से उपभोक्ता अपने घर बैठे आसानी से कार खरीद सकते हैं, साथ ही उन्हें फाइनैंसिंग और डिलीवरी के आसान विकल्प भी मिलते हैं, ऐसे में उनके लिए ऑनलाईन कार खरीदना पहले की तुलना में कहीं अधिक आसान हो गया है। CARS24की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय लोग ऑनलाईन कार की रीसर्च करने में औसतन 3 घण्टे बिताते हैं, क्योंकि इन प्लेटफॉर्म्स पर उन्हें पारदर्शी कीमतों पर गाड़ियों के ढेरों विकल्प मिलते हैं, जहां वे अपनी पसंद की गाड़ी चुन सकते हैं। बहुत सी डीलरशिप्स ने ऑनलाईन गाड़ियों की बढ़ती मांग को देखते हुए ऑनलाईन सेल्स प्रक्रिया शुरू की है।
हाल ही में शुरू हुए इन रूझानों पर बात करते हुए CARS24 के को-फाउंडर, गजेन्द्र जांगिड़ ने बताया, ‘‘ऑफिस से काम शुरू होने और पर्सनल मोबिलिटी की बढ़ती उपयोगिता के चलते देश भर में सैकंड हैंड गाड़ियों की मांग तेज़ी से बढ़ी है। इसी को ध्यान में रखते हुए हम भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सैकंड हैंड गाड़ियांं की खरीद को आसान बना रहे हैं।’
कार खरीदने के रूझानों पर रोशनी डालने वाली यह रिपोर्ट बताती है कि साल 2023 की आगामी तिमाहियों में उपभोक्ताओं के कार खरीदने का व्यवहार कैसा रहेगा।

‘‘पहली पसंद मारूति’ किंतु अन्य ब्राण्ड्स भी टॉप स्पॉट पर
2023 की पहली तिमाही के दौरान सैकंड हैंड कार मार्केट में मारूति सुजुकी की मांग सबसे ज़्यादा रही, यह ब्राण्ड प्लेटफॉर्म पर सबसे ज़्यादा सर्च किया गया और इसी ब्राण्ड की सबसे ज़्यादा गाड़ियां बेची गईं। रिपोर्ट के मुताबिक 2023 की पहली तिमाही में मारूति स्विफ्ट हैचबैक गाड़ियों की बिक्री सबसे ज़्यादा रही, जिनमें स्विफ्ट और बलेनो शामिल हैं। पहली तिमाही के दौरान CARS24पर खरीदी जाने वाली कुल गाड़ियों में से 40 फीसदी गाड़ियां मारूति की रहीं, इनमें सबसे ज़्यादा मांग लखनऊ, पटना, कोची, सूरत और चण्डीगढ़ में दर्ज की गई। मारूति के बाद ह्युंडई, होण्डा और रेनो गाड़ियों का परफोर्मेन्स भी अच्छा रहा।
रोचक तथ्यः सूत्रों के अनुसार, 2022 के दौरान बेची गई गाड़ियों में 42 फीसदी गाड़ियां व्हाईट कलर की थीं। सैकंड हैंड गाड़ियों की बात करें तो व्हाईट गाड़ियां भारतीयों की पहली पसंद रहीं। (मीडिया सूत्रों के अनुसार)
‘चाहे लखनऊ हो या फिर पटना’’: सबसे ज़्यादा गाड़ियों की हुई डिलीवरी,
लखनऊ और पटना में सैकंड हैंड गाड़ियां की मांग में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है, इन शहरों में कार की डिलीवरी के आंकड़े तेज़ी से बढ़े हैं। मॉडल्स की बात करें तो दोनों शहरों में स्विफ्ट और ग्राण्ड आई10 की मांग सबसे अधिक रही, जो भारतीय उपभोक्ताओं में इन मॉडलों की लोकप्रियता को दर्शाता है। आज बड़ी संख्या में उपभोक्ता सैकंड-हैंड गाड़ियां की ओर रुख कर रहे हैं, ऐसे में साफ है कि ये दोनों शहर भारत में सैकंड हैंड कार मार्केट में महत्पूर्ण योगदान दे रहे हैं।
रोचक तथ्यः बैंगलोर में सबसे सस्ती मारूति सुजुकी 800 कार मात्र रु 125000 में बेची गई, इसी तरह दिल्ली में मारूति सुजुकी ऑल्टो कार रु 132000 में बेची गई।
महानगरों की बात करें तो पहली तिमाही के दौरान नई दिल्ली के उपभोक्ताओं ने सबसे ज़्यादा गाड़ियां खरीदीं। इसके बाद बैंगलोर, मुंबई, हैदराबाद और गुरूग्राम के उपभोक्ताओं ने भी बड़ी संख्या में सैकंड हैंड गाड़ियां खरीदीं। शहरों में बढ़ते टै्रफिक के चलते आज छोटे साइज़ और ज़्यादा स्पीड वाली गाड़ियों की मांग बढ़ रही है। इसके चलते मारूति की स्विफ्ट सबसे लोकप्रिय कार रही, जिसके बाद ह्युंडई ग्राण्ड आई10 की मांग सबसे अधिक रही।
‘बेस्ट प्राइस कहां मिलेगा’: आकर्षक डील के लिए अपना विकल्प तलाशें
CARS24की ड्राइव टाईम क्वार्टरली रिपोर्ट ने एक और आकर्षक रूझान पर रोशनी डाली हैः 2023 के मात्र 90 दिनों में भारतीय लोगों ने प्लेटफॉर्म पर रु 1250 करोड़ से अधिक कीमत की गाड़ियां बेचीं। इन आंकड़ों से साफ है कि भारतीय उपभोक्ताओं का झुकाव गाड़ियों की खरीद-बिक्री के नए तरीकों की ओर बढ़ रहा है, साथ ही CARS24की सर्विसेज़ में उनका भरोसा भी बढ़ा है। ऑटोमोटिव उद्योग में नित नए रूझान और तकनीकें आ रही हैं, ऐसे में यह देखना रोचक होगा कि भारत में गाड़ियां की खरीद-बिक्री का भविष्य कैसा होने वाला है।
रोचक तथ्यः कंपनी द्वारा वॉक्सवैगन पोलो बंद किए जाने के बावजूद भी उपभोक्ताओं ने इसके लिए सबसे ज़्यादा सर्च की। (उद्योग जगत के सूत्रों के अनुसार)
‘ईवी भी है क्या’:  भारतीय लोग ग्रीन मोबिलिटी की ओर रूख कर रहे हैं
भारतीयों का झुकाव इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ रहा है, इस बीच सैकंड हैंड कार खरीदने वाले उपभोक्ता भी इलेक्ट्रिक वाहनों की सर्च कर रहे हैं। CARS24 प्लेटफॉर्म पर ईवी की सर्च के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि प्लेटफॉर्म पर तिमाही के दौरान की गई कुल 1.7 मिलियन सर्च में से ये आंकड़े काफी कम हैं, लेकिन ये सैकंड हैंड गाड़ियों की बढ़ती मांग की ओर इशारा करते हैं।
ईवी के अलावा, उपभोक्ता सीएनजी गाड़ियों की सर्च भी कर रहे हैं।
रोचक तथ्यः रजिस्टर्ड इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए भारत में उत्तर प्रदेश और दिल्ली दो प्रमुख राज्य हैं। (उद्योग जगत के सूत्रों के मुताबिक)
‘बात पते की’ ओबीडी 2 को समझनाः आपकी कार के लिए ऑन-बोर्ड डायग्नॉस्टिक्स सिस्टम
ओबीडी 2 एक कम्प्यूटराइज़्ड सिस्टम है, जो वाहन के इंजन एवं अन्य पार्ट्स के परफोर्मेन्स का मूल्यांकन करता है। इसने ऑटोमोटिव सेक्टर, खासतौर पर सैकंड हैंड कार मार्केट को बहुत अधिक प्रभावित किया है। इसके चलते गाड़ियों की खरीद-बिक्री में पारदर्शिता बढ़ी है, सैकंड हैंड गाड़ियों की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और साथ ही डीलर को भी गाड़ी के लिए बेहतर कीमत मिलने लगी है। यह उपभोक्ताओं को अधिक भरोसेमंद और प्रभावी गाड़ियां उपलब्ध कराता है। आज के दौर में कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, इसके चलते उपभोक्ता ऐसी सैकंड-हैंड कार खरीदना चाहते हैं जिन्हें अच्छी तरह से मेंटेन किया गया हो। ऐसे में ओबीडी2 के के साथ सैकंड हैंड गाड़ियों के संगठित बाज़ार में 10-15 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान है।

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