देश में पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी है राजस्थान – धर्मेंद्र सिंह राठौड़

जयपुर, 24 अप्रैल। राजस्थान की पर्यटन नीतियां देश में सबसे श्रेष्ठ हैं, जो इसे भारत में पर्यटन का अग्रणी बनाती हैं। ग्रामीण पर्यटन नीति, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना, राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति जैसी भविष्योन्मुखी नीतियां राजस्थान को एक पसंदीदा डेस्टिनेशन बनाती हैं। राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य भी, है जहां पर्यटन को बढ़ावा देते हुए इसे उद्योग का दर्जा दिया गया है। यह बात राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आरटीडीसी) के चेयरमैन, श्री धर्मेन्द्र सिंह राठौड़ ने कही। वे आज जय महल पैलेस में द ग्रेट इंडियन ट्रैवेल बाजार के 12वें संस्करण के उद्घाटन के अवसर पर विशेष संबोधन दे रहे थे। तीन साल के अंतराल के बाद द ग्रेट इंडियन ट्रैवेल बाजार का आयोजन किया जा रहा है, जो 25 अप्रैल तक चलेगा। जीआईटीबी का आयोजन राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग, भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा किया जा रहा है। इस आयोजन को होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर), इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए.) और राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो) जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और क्षेत्रीय एसोसिशंस का सहयोग प्राप्त है।

श्री राठौड़ ने आगे कहा कि पैलेस ऑन व्हील्स दुनिया की 10 लग्जरी ट्रेनों में से एक है और 1982 में शुरू होने के बाद से यह सफलतापूर्वक चल रही है। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से पैलेस ऑफ व्हील्स की यात्रा करने का आग्रह किया, क्योंकि यह अपनी तरह का अनूठा अनुभव है। उन्होंने कहा कि राज्य की गर्मजोशी और आतिथ्य दुनिया भर में जाना जाता है।

राजस्थान की मुख्य सचिव, श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि बी2बी इस मंच का एक आंतरिक हिस्सा है, जो सभी हितधारकों के लिए लाभकारी परिणाम देने में अग्रणी है। बाजार सभी विदेशी टूर ऑपरेटरों के लिए व्यापार के बड़े अवसर प्रदान करता है। जीआईटीबी का प्रथम संस्करण वर्ष 2008 में आयोजित किया गया था और समय के साथ-साथ यह लगातार मजबूत होता जा रहा है और अधिक प्रोफेशनल अप्रोच के साथ काम कर रहा है। मुख्य सचिव ने आगे कहा कि राज्य राजधानी जयपुर के ठीक मध्य में झालाना लेपर्ड सफारी जैसे कई रोमांचक अवसर प्रदान करता है और राज्य को ‘बिग कैट्स’ की राजधानी बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सचिव, श्री अरविंद सिंह ने कहा कि जीआईटीबी के साथ-साथ जयपुर में जी20 टूरिज्म एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। जी20 टूरिज्म एक्सपो के तहत देश भर में लगभग 200 बैठकें आयोजित की जा रही हैं। इससे देश के कई पर्यटन स्थलों का विश्व में प्रचार-प्रसार होगा। सरकारी अधिकारियों के अतिरिक्त ट्रैवल ट्रेड और आतिथ्य क्षेत्र के प्रतिनिधियों को भी इसमें शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इन बैठकों में जिन विषयों पर चर्चा की जा रही है उनमें स्किल डवलपमेंट, डिजिटलीकरण, टूरिज्म एमएसएमई का विकास, सस्टेनेबल टूरिज्म आदि शामिल हैं।

फिक्की की पूर्व प्रेसिडेंट, श्रीमती ज्योत्सना सूरी ने कहा कि पिछले वर्षों में 55 देशों के लगभग 2600 एफटीओ (फॉरेन टूर ऑपरेटर्स) ने मार्ट में भाग लिया है। भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन को बढ़ाने में बाजार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। श्रीमती सूरी ने आगे कहा कि महामारी के बाद, उद्योग अपने लचीलेपन के बल पर पटरी पर लौटा है।

राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव, श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बताया कि मार्ट में पहली बार 9 टूरिज्म बोर्ड में भाग ले रहे हैं। उन्होंने त्योहारों, नीतियों, हेरिटेज होटलों आदि के संदर्भ में राज्य की अनूठी पहलों और पेशकशों पर प्रकाश डाला।

फिक्की के महासचिव, श्री शैलेष पाठक ने चिलिका झील में एक रिसॉर्ट का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे पर्यटन स्थलों के विकास से इसके आसपास रहने वालों की आय में वृद्धि होती है।

इस अवसर पर, गणमान्य व्यक्तियों द्वारा फिक्की नांगिया एंडरसन नॉलेज पेपर ‘इनबाउंड टूरिज्म इन इंडिया – अनलॉकिंग द पोटेंशियल’ का विमोचन किया गया।

इससे पहले फिक्की टूरिज्म एंड कल्चर कमेटी के चेयरपर्सन और सीता, टीसीआई और डिस्टेंट फ्रंटियर के एमडी, श्री दीपक देवा द्वारा स्वागत भाषण दिया गया था और फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के चेयरमैन और इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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