अदाणी सक्षम ने लॉन्च किया मेटावर्स में स्किल सेंटर

अहमदाबाद, 19 मई 2023 अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर (एएसडीसी) को 16 मई, 2016 को भारत के युवाओं को कौशल प्रदान करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए एक गैर-लाभकारी कंपनी के रूप में पंजीकृत किया गया था। इसके सात साल पूरे होने पर यह मेटावर्स में प्रवेश करने वाला दुनिया का पहला कौशल केंद्र बन गया है । इसकी शुरुआत दो पाठ्यक्रमों से हुई है। इस मील के पत्थर के साथ अदाणी फाउंडेशन भविष्य मे युवाओं को अत्याधुनिक तकनीक के द्वारा प्रशिक्षण देने के दिशा मे आगे बढ़ा रहा है।
मेटावर्स के साथ एएसडीसी ने एक ऐतिहासिक चरण में कदम रख रहा है जहां ज्ञान, कौशल और टेक्नोलॉजी का एक अनूठा समागम हो रहा है। इससे एक व्यापक शैक्षिक अनुभव बनाने के लिए वातावरण तैयार हो रहा हैं। स्वास्थ्य देखभाल और सुरक्षा मानकों में राष्ट्रीय तात्कालिकता को स्वीकार करते हुए, एएसडीसी ने मेटावर्स में स्वास्थ्य देखभाल और अस्पताल उद्योग (जनरल ड्यूटी असिस्टन्ट) और अग्नि सुरक्षा (फायर सैफ्टी) के पाठ्यक्रमों को प्राथमिकता दी है।
स्टूडेंट्स के रोमांच की कल्पना करें, एक वर्चुअल कक्षा में प्रवेश करने के लिए हेडसेट पहनना और फिर न सिर्फ सैद्धांतिक ज्ञान को प्रभावी ढंग से हासिल करना बल्कि मेटावर्स में प्रैक्टिकल अभ्यास भी उन्हें रोमांचित करेगा। यह एक गेम-चेंजर है जो प्रशिक्षुओं को उनके चुने हुए क्षेत्र की गहरी समझ से लैस करता है। भारत के 13 राज्यों के 40 एएसडीसी केंद्रों में स्टूडेंट्स इन पाठ्यक्रमों के लिए मेटावर्स में नामांकन कर सकेंगे।

एएसडीसी इन पाठ्यक्रमों को दुनिया भर के छात्रों के लिए भी उपलब्ध कराएगा। कोई भी इन पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन नामांकन कर सकता है और कंप्यूटर का उपयोग कर इसे सीख सकता है साथ ही वीआर हेडसेट की सहायता के बिना अपनी स्क्रीन पर वर्चुअल क्लासरूम का अनुभव कर सकता है।
अदानी सक्षम उद्योग की जरूरतों को अपने पाठ्यक्रम के साथ जोड़ना जारी रखे हुए है। वेल्डिंग के लिए संवर्धित वास्तविकता और क्रेन ऑपरेशन के लिए सिमुलेशन-आधारित सॉफ़्टवेयर जैसी उन्नत तकनीकों के माध्यम से कौशल-विकास पाठ्यक्रम देकर यह डोमेन विशिष्ट मांगों के अनुरूप भारत के युवाओं के विकास को गति दे रहा है। मेटावर्स में एक स्किल सेंटर का आना उसी दिशा में एक नई क्रांति है। अपनी स्थापना के सात सालों के संक्षिप्त अवधि में अदाणी सक्षम ने 1.25 लाख लोगों को निपुण बनाया है जिनमें से 56 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है या वे अपना व्यापार कर रहे हैं।

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