भारतपे ने ट्रिलियन लोन्स में हासिल की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी

नई दिल्ली, 04 मई, 2023- फिनटेक की दुनिया में देश की एक अग्रणी कंपनी भारतपे ग्रुप ने आज घोषणा की कि उसने मुंबई स्थित एक प्रसिद्ध एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) ट्रिलियन लोन्स में बहुमत हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। यह डील अप्रैल के महीने में पूरी हुई थी। यह अधिग्रहण भारतपे समूह के देश में लाखों व्यवसायों और उपभोक्ताओं के लिए क्रेडिट संबंधी अंतराल को दूर करने के विजन के अनुरूप है। भारतपे ने साझा किया कि रवींद्र पांडेनलिन नेगी और सब्यसाची सेनापति को ट्रिलियन लोन्स के निदेशक मंडल में नियुक्त किया गया है।

निदेशक मंडल की देखरेख में ट्रिलियन लोन्स अपनी टीम के साथ एक स्वतंत्र संस्था के रूप में काम करेगी। यह विभिन्न व्यवसायों और उपभोक्ताओं के विविध सेट में क्रेडिट को सक्षम करने के लिए अन्य फिनटेक फर्मों और अन्य कंपनियों के साथ साझेदारी का पता लगाएगी। भारतपे ने ट्रिलियन लोन्स को अपनी लोन बुक बढ़ाने में सक्षम बनाने के लिए इसमें पर्याप्त मात्रा में निवेश किया है।

ट्रिलियन लोन्स एक तेजी से बढ़ने वाली एनबीएफसी है जो एसएमई को सुरक्षित और असुरक्षित ऋण की एक श्रृंखला प्रदान करती हैजिसमें छोटे व्यवसाय ऋण के साथ-साथ कार्यशील पूंजी ऋण भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्तकंपनी उपभोक्ताओं के लिए ऑटोगोल्ड और शिक्षा ऋण जैसे प्रोडक्ट्स  भी प्रदान करती है।

अधिग्रहण पर टिप्पणी करते हुए भारतपे के फाउंडर और सीओओशाश्वत नाकरानी ने कहा, ‘‘हमने 2019 में अपना मर्चेंट लेंडिंग वर्टिकल लॉन्च किया था और यह पिछले 3 वर्षों के दौरान तेजी से बढ़ा है। आज हम हमारे मर्चेंट पार्टनर्स को हर महीने 500 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण की सुविधा देते हैं। हमारे मर्चेंट पार्टनर्स को क्रेडिट तक पहुंच प्रदान करना हमारे बिजनेस मॉडल की कुंजी हैऔर यह अधिग्रहण विकास की हमारी गति को और तेजी से आगे बढ़ाएगा और लाभप्रदता की हमारी यात्रा को गति देगा। ट्रिलियन लोन्स में नियंत्रित हिस्सेदारी हासिल करना भारतपे समूह के बड़े उद्देश्य से जुड़ा हुआ है और यह हमें कम सेवा वाले और बिना बैंक वाले व्यवसायों के साथ-साथ ग्राहकों के लिए पूंजी तक पहुंच की सुविधा प्रदान करने में सक्षम करेगा। ट्रिलियन लोन्स स्वतंत्र रूप से एक इकाई के तौर पर काम करेगी और टैक्नोलॉजी से संचालित एनबीएफसी के रूप में पहचान बनाएगी। यह अन्य फिनटेक और स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी का प्रयास भी करेगीताकि उनके ग्राहकों को एक त्वरित और सुव्यवस्थित अनुभव प्रदान किया जा सके। भारतपे एनबीएफसी और वित्तीय संस्थानों के साथ अपनी मौजूदा साझेदारी को महत्व देता है और इस अधिग्रहण का इन रिश्तों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।’’

शाश्वत ने आगे कहा, ‘‘भारतपे ऐसे प्रोडक्ट और टैक्नोलॉजी संबंधी क्षमताओं को सामने लाएगा जो ट्रिलियन लोन्स को डिजिटल ऋण देने वाले ऐसे प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने के लिए और सशक्त करेगाजो नए और पथ-प्रदर्शक होने के साथ व्यापार मालिकों और विभिन्न ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करेंगे। मेरा मानना है कि ट्रिलियन लोन्स के लिए आगे बढ़ने और 380 बिलियन यूएस डॉलर एमएसएमई क्रेडिट गैप को दूर करने के साथ-साथ दुनिया में सबसे बड़ी युवा आबादी वाले देश में विविध उपभोक्ता ऋण मांग को पूरा करने का एक बड़ा अवसर है। मैं भारतपे परिवार में ट्रिलियन लोन्स टीम का स्वागत करना चाहता हूं।’’

रवींद्र पांडे वित्तीय सेवा उद्योग में एक अनुभवी हैं। एक वरिष्ठ बैंकर के तौर पर प्रतिष्ठित श्री पांडे भारतीय स्टेट बैंक के साथ 37 वर्षों के शानदार करियर के बाद हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं। श्री पांडे ने कई बड़े और अत्यधिक प्रतिष्ठित संगठनों के बोर्ड में कार्य किया है। वह यस बैंकनेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई)एनपीसीआई इंटरनेशनलएनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेडएसबीआई पेमेंट्स और सी-एज टेक्नोलॉजीज लिमिटेड में निदेशक मंडल में रहे हैं। इसके अलावावह भारतीय स्टेट बैंक के निदेशक मंडल में स्थायी आमंत्रित सदस्य और अन्य बोर्ड स्तरीय समितियों में रहे हैं। नलिन नेगी भारतपे के सीएफओ और अंतरिम सीईओ हैं। सब्यसाची सेनापति वर्तमान में भारतपे में लीडरशिप टीम का हिस्सा हैं और उनके बैंकिंग वर्टिकल का नेतृत्व करते हैं।

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