ग्रीनलाइन ने नेस्ले इंडिया के साथ की साझेदारी, एलएनजी-संचालित बेड़े का उपयोग करते हुए सस्टेनेबल लॉजिस्टिक्स की दिशा में बढ़ाए कदम

भारत, 20 मई, 2023- देश की पहली और एकमात्र एलएनजी-ईंधन वाली भारी ट्रकिंग लॉजिस्टिक्स कंपनी ग्रीनलाइन ने आज नेस्ले की साणंद फेसिलिटी में अपने एलएनजी-संचालित कंटेनरों का इस्तेमाल करने की घोषणा की। साझेदारी नेस्ले इंडिया के सस्टेनेबिलिटी संबंधी लक्ष्यों के अनुरूप है, क्योंकि कंपनी अपने लॉजिस्टिक्स संचालन से संबंधित कार्बन फुटप्रिंट को कम करना चाहती है।

ग्रीनलाइन ने कस्टमाइज रूप से अपनी तरह का पहला 46 फीट लंबा कंटेनर बनाया है, जिसका इस्तेमाल साणंद, गुजरात में नेस्ले के कारखाने से महाराष्ट्र में भिवंडी में मैगी नूडल्स के परिवहन के लिए किया जाएगा। ग्रीनलाइन का एलएनजी-संचालित बेड़ा डीजल की तुलना में खतरनाक और जहरीले उत्सर्जन को काफी कम करता है – यह कार्बन डाइऑक्साइड में 30 प्रतिशत तक, सल्फर ऑक्साइड में 100 प्रतिशत तक, नाइट्रोजन ऑक्साइड में 59 प्रतिशत तक, कार्बन मोनोऑक्साइड में 70 प्रतिशत तक और पार्टिकुलेट मैटर में 91 प्रतिशत तक कर सकता है।

नेस्ले के कार्बन उत्सर्जन में कमी के लक्ष्यों के अनुरूप ग्रीनलाइन के बड़े 55एमटी, 46 फीट के कंटेनरों को अपनाने से डीजल के छोटे 20एमटी वाहनों के स्थान पर इनका उपयोग किया जाने लगा है। इस तरह वाहन संबंधी जरूरतों में भी भारी कमी आती है। इस तरह ग्रीनलाइन के एलएनजी-संचालित कंटेनरों का उपयोग करने से कार्बन उत्सर्जन में कमी के साथ कंपनी की ओर से नेस्ले के हरित मिशन में भी योगदान करना संभव हो जाता है और इसके ईएसजी परफॉर्मेंस को भी बढ़ावा मिलता है।

इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए ग्रीनलाइन के सीईओ आनंद मिमानी ने कहा, ‘‘हम अपने इनोवेटिव ग्रीन मोबिलिटी सॉल्यूशंस के माध्यम से उत्सर्जन को कम करने के लिए नेस्ले इंडिया के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा करते हुए बेहद उत्साहित हैं। यह सहयोग एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के तौर पर याद किया जाएगा, जो भारत में उपभोक्ता सामान कंपनियों के लिए पर्यावरण के अनुकूल लॉजिस्टिक्स की शुरुआत का संकेत देता है। हमें उम्मीद है कि दूसरे अग्रणी उद्योग भी अब हमारे इनोवेटिव ग्रीन मोबिलिटी सॉल्यूशंस को अपनाने की दिशा में विचार करेंगे। इस तरह वे अपने ईएसजी परफॉर्मेंस को और बढ़ा सकते हैं, एक स्वच्छ वातावरण को बढ़ावा दे सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सस्टेनेबल फ्यूचर का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।’’

श्री संजय खजुरिया, डायरेक्टर-कॉर्पोरेट अफेयर्स और सस्टेनेबिलिटी, नेस्ले इंडिया ने कहा, ‘‘हम सस्टेनेबिलिटी संबंधी अपने प्रयासों मे और तेजी लाने का प्रयास कर रहे हैं। हम नेट जीरो को लेकर अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं और सस्टेनेबल लॉजिस्टिक्स इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है। इस उद्देश्य के साथ हम वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करके परिवहन के विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही, वाहन क्षमता उपयोग को अनुकूलित करने के लिए बड़े वाहनों का उपयोग कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि ग्रीनलाइन के साथ जुड़ने से हमें अपने उद्देश्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।’’

सीमेंट और स्टील के लिए ग्रीन लॉजिस्टिक्स में अपनी उपलब्धियों के आधार पर, ग्रीनलाइन अब उपभोक्ता वस्तुओं, फार्मास्यूटिकल्स और एक्सप्रेस कार्गाे क्षेत्रों में परिवहन में क्रांति लाने के लिए एलएनजी-संचालित कंटेनरों की बेहतर क्षमताओं की शुरुआत कर रही है।

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