मुंबई ने दी दिवंगत एसपी हिंदुजा को भावपूर्ण श्रद्धाजंलि कई राष्ट्राध्यक्षों ने भी भेजे अपने श्रद्धांजलि संदेश

मुंबई, 17 जून 2023: हिंदुजा परिवार के श्रद्धेय पितामह और हिंदुजा समूह के स्वर्गीय चेयरमैन श्रीचंद पी. हिंदुजा को मुंबई में आयोजित एक प्रार्थना सभा के दौरान आत्मिक श्रद्धांजलि दी गई। राजनीतिक हस्तियों, इंडस्ट्री के अगुवा लोगों, शुभचिंतकों, विदेशी दूतों और आध्यात्मिक गुरुओं ने श्रीचंद पी. हिंदुजा को याद किया और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। साथ ही, परोपकार के प्रति श्रीचंद पी. हिंदुजा के रुझान और 108 साल पुराने समूह के सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति उनके अटूट समर्पण को याद किया। श्रीचंद पी. हिंदुजा की स्मृतियों को समर्पित इस कार्यक्रम में जीवन के सभी क्षेत्रों से जुड़े 2500 से अधिक अतिथियों ने भाग लिया।
हिंदुजा समूह के अध्यक्ष गोपीचंद हिंदुजा ने अपने प्रिय भाई श्रीचंद को परिवार और दोस्तों के मित्र, मार्गदर्शक और गुरु के रूप में याद किया: हम भाइयों के लिए, वही दुनिया की धुरी थे। उन्होंने हमें परिवार के सिद्धांतों और मूल्यों के अनुसार हर पल एक-दूसरे के साथ खड़े रहने और शांति व सद्भाव के साथ रहने का मार्ग दिखाया। व्यक्तिगत रूप से उनका जाना मेरे लिए बहुत बड़ी क्षति है, उनके जाने से मेरे दिल में एक खालीपन आ गया है। वह मेरे बचपन के गुरु थे और उनके मार्गदर्शन में मैं बड़ा हुआ। छोटी उम्र से ही हमारा अटूट लगाव था। हमने सब कुछ एक साथ किया। लोग हमेशा हमारी तुलना राम और लक्ष्मण से करते थे। प्रकाश भरत और अशोक शत्रुघ्न…। श्रीचंद ने अपनी मातृभूमि और मेजबान देशों के बीच संबंधों को सुधारने के लिए अथक प्रयास किया और शायद सुर्खियों से दूर पर्दे के पीछे काम करने वाले वे भारत के सबसे बड़े राजदूत थे। हम भाइयों के साथ उनकी भूमिका वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को मजबूत और बेहतर बनाने की थी। हमारे प्रिय एसपी, हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि हमारा परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी अपनी यात्रा जारी रखेगा और उन मूल्यों और सिद्धांतों का पालन करेगा जो आपको दादा और अम्मा से विरासत में मिले थे और हमारी भविष्य की एकता और कल्याण के लिए हमें सौंपे गए थे।
केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने दिल्ली से अपने वीडियो संदेश में कहा: श्रीचंद हिंदुजा ने ना केवल अकूत धन कमाया बल्कि दिल खोलकर नौकरियां भी बांटी। उन्होंने 48 देशों में 2,00,000 नौकरियां सृजित कीं। भारत सरकार के इस समूह के साथ बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के कार्यकाल के दौरान, समूह ने देश को विशेष सहायता प्रदान की।
प्रमुख आध्यात्मिक गुरु इस्कॉन के परम पावन गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज, परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के स्वामी चिदानंद सरस्वती, बीएपीएस स्वामीनारायण के पूज्य स्वामी ब्रह्म विहारी और ईशा फाउंडेशन के सद्गुरु ने श्री एस.पी. हिंदुजा की स्मृति को भावपूर्ण प्रणाम किया।
इस्कॉन के सबसे वरिष्ठ आध्यात्मिक गुरु एचएच गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज ने एक मजबूत पारिवारिक व्यक्ति के रूप में एस.पी. हिंदुजा की प्रतिबद्धता को याद किया: हम एसपी. हिंदुजा के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं, जो एकता और प्रगति के सच्चे पैरोकार थे। सामाजिक कार्यों के प्रति उनकी अत्यधिक उदारता और समर्पण ने वैश्विक स्तर पर लोगों के जीवन पर प्रभाव डाला है। उनके परोपकारी प्रयास आने वाली पीढिय़ों को प्रेरित करते रहेंगे।
परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती ने श्री एस. पी. हिंदुजा को गहराई से याद करते हुए कहा: श्री एस. पी. हिंदुजा की विरासत एक दूरदर्शी नेता और परोपकारी व्यक्ति के रूप में है। उनके उल्लेखनीय योगदान ने अनगिनत जीवन को छुआ है और उनकी अनुपस्थिति हमेशा रहेगी।
बीएपीएस स्वामीनारायण के पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामी ने श्रीचंद हिंदुजा को क्षण में जीने वाले बड़े दिल के ऐसे शख्स के रूप में याद किया, जिनका जीवन परोपकार को समर्पित था…।
इसके अलावा प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर, अनूप जलोटा और राहत फतेह अली खान ने श्री एस. पी. हिंदुजा को भावपूर्ण भक्ति गीतों के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री अशोक हिंदुजा की पत्नी श्रीमती हर्षा हिंदुजा ने श्री एस.पी. हिंदुजा के साथ पितातुल्य विशेष संबंध को याद किया। हिंदुजा परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य, संजय हिंदुजा, अजय हिंदुजा, धीरज हिंदुजा और शोम हिंदुजा ने श्री एस.पी. हिंदूजा से मिली जीवन मूल्यों की विरासत को बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
हिंदुजा परिवार को दुनिया भर की प्रतिष्ठित हस्तियों से शोक पत्र और संदेश भी प्राप्त हुए हैं, जिनमें प्रख्यात राजघराने, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, आध्यात्मिक और व्यापारिक नेता, प्रसिद्ध कलाकार, प्रतिष्ठित सांस्कृतिक शख्सियत और सहयोगियों ने अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए और श्री. एस. पी. हिंदुजा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।

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