विश्व पर्यावरण दिवस पर, टाटा टी ने लॉन्च किया जागो रे का नया एडिशन

राष्ट्रीय, 06 जून 2023 : टाटा टी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर जागो रे का नया एडिशन पेश किया है। वर्तमान की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक- जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से यह पहल की गई है।
जलवायु परिवर्तन का असर पूरी दुनिया में महसूस किया जा रहा है। इस मुद्दे पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। इस वैश्विक संकट का प्रभाव हमारी पृथ्वी पर असर डाल रहा है जो हमारे बच्चों के भविष्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा हैI
सन 2007 से टाटा टी का जागो रे अभियान  वास्तविक परिवर्तन लाने और पूरे समाज के लाभ के लिए प्रभावी उपाय लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भ्रष्टाचार, चुनाव, महिला सशक्तिकरण, कोविड-19 जैसे विभिन्न मुद्दों पर जागरुकता पैदा करते हुए जागो रे ने सामाजिक जिम्मेदारी को एक नया अर्थ दिया है। टाटा टी ने इस मुद्दे पर सामाजिक जागरूकता पैदा करने के लिए अपने मंच का उपयोग किया है और यह महसूस किया है कि जलवायु परिवर्तन के बारे में सक्रिय होना कितना जरूरी और महत्वपूर्ण है।
नए टीवीसी में, टाटा टी जागो रे ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई के संदेश को माता-पिता के लिए अधिक प्रासंगिक और महत्वपूर्ण बनाने के लिए लोकप्रिय नर्सरी राइम्स का उपयोग किया है। इसकी परिकल्पना मुलेन लिंटास बैंगलोर द्वारा की गई है। फिल्म दिखाती है कि अगर हम आज कदम नहीं बढ़ाएंगे तो भविष्य में हमारे समय के लोकप्रिय गीत और कविताएं कितनी अलग हो सकती हैं। इसमें जैक एंड जिल, मछली जल की रानी, ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार, रेन रेन गो अवे को अलग रूपों में प्रस्तुत किया गया है। फिल्म दर्शाती है कि वर्तमान ज्वलंत वास्तविकता और हमारी उपेक्षा और निष्क्रियता के कारण हमारे बच्चों की दुनिया का कितना नुकसान होगा।
“Jack and Jill went up the hill…
To fetch a pail of water…
But all the water had dried up
The world was now much hotter
So Jack and Jill sat on the hill
Their throats were so dry
They couldn’t find a drop to drink…
And one day… neither will I……”

परिवर्तन को सुविधाजनक बनाने के लिए, फिल्म के द्वारा उपभोक्ताओं से यह अपील की जाती है कि वे जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में योगदान करने के लिए सरल और कार्यात्मक तरीकों को अपनाएं, जो अन्यथा एक जटिल और अजेय समस्या की तरह लगता है। उपभोक्ता अपना समर्थन दिखाने के लिए Jaagore.com इस वेबसाइट पर जा सकते हैं, जहां उन्हें पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली अपनाने के बारे में कुछ टिप्स मिलेंगी, और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई की अपनी कहानियां साझा करके दूसरों को प्रेरित कर सकते हैं।
इस पहल पर टिप्पणी करते हुए टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के पैकेज्ड बेवरेजेज (भारत और दक्षिण एशिया) के अध्यक्ष श्री पुनीत दास ने कहा, “टाटा टी जागो रे हमेशा समय की मुख्य सामाजिक मुद्दों पर समाज की संघटित संवेदनशीलता बढ़ाने पर विश्वास रखता था और दुनिया के भविष्य के लिए जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई की जरूरत से अधिक कुछ नहीं है। वैसे तो जलवायु परिवर्तन और इसके नकारात्मक प्रभावों पर लंबे समय से चर्चा की जा रही है, पर  यह समझना महत्वपूर्ण है कि हमारे बच्चों को इससे कितना बड़ा खतरा उठाना पड़ सकता है। इस वर्ष हम लोकप्रिय नर्सरी राइम्स के ज़रिए दिखा रहे हैं कि अगर हम अभी कार्रवाई नहीं करते हैं, तो हमारे बच्चों का बचपन हमारे बचपन से बहुत अलग दिख सकता है!
हमें उम्मीद है कि जलवायु परिवर्तन की समस्या इतनी व्यक्तिगत है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने व्यवहार और आदतों में बदलाव ला सकता है और समग्र रूप से समाज में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।”
अभियान पर टिप्पणी करते हुए मुलेन लिंटास के सीईओ श्री हरि कृष्णन ने कहा, “टाटा टी जागो रे केवल एक अभियान नहीं है, बल्कि एक बड़े, विशिष्ट लक्ष्य को ध्यान में रखकर किया जाने वाला एक बड़ा आंदोलन है। विचारों का नेतृत्व करने वाली कंपनी के रूप में, टाटा टी ने हमेशा समाज को आईना दिखाया है और इस बार भी ब्रांड ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को चुनकर एक बहुत बड़ा काम किया है। इस साल हम बच्चों पर प्रभाव के बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे को सामने ला रहे हैं। आज हम सब जो कुछ भी कर रहे हैं उसके परिणाम इस नयी पीढ़ी पर होंगे। अपनी अनूठी रचनात्मकता का उपयोग करके हमने लोकप्रिय नर्सरी राइम्स के ज़रिए इस अभियान का संदेश दिया है। बच्चों द्वारा गाए जाने की वजह से इन कविताओं का प्रभाव और भी बढ़ गया है। हम चाहते हैं कि इस जागरूकता से समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन हो I’’

जानने के लिए www.jaagore.com पर लॉग इन करें कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कैसे लड़ें और इस कारण के लिए अपना समर्थन प्रतिज्ञा करें।

ब्रांड फिल्म लिंक:  https://youtu.be/hbJpwtiEfUc
माइक्रोसाइट की लिंक: : https://www.jaagore.com

About Manish Mathur