किस प्रकार स्पाइस मनी की सहायता से कंचन बल्ले अपने गाँव के लिए प्ररणा-स्रोत बनी

उच्चतम रोजगार दर वाले पंजाब राज्य में परिवर्तन के बीच, कंचन बल्ले की कहानी कपूरथला स्थित रावल गांव में जोरो से चर्चा में है। दो बच्चों की मां कंचन पर महामारी का भयानक प्रभाव पड़ा, लेकिन उसने महामारी से उत्पन्न वित्तीय चुनौतियों का बहादुरी से सामना किया और विपरीत परिस्थितियों में हार मानने के बजाय अपने परिवार का समर्थन करने का निर्णय लिया। उसके जीवन में एक सकारात्मक मोड़ आया जब उसे एक रिश्तेदार के जरिए स्पाइस मनी के बारे में पता चला और वह अपने समुदाय में अधिकारी बन गई।

अपने परिवार की मदद करने और अपने समुदाय की सेवा करने की इच्छा से प्रेरित होकर, कंचन ने जरूरतमंद लोगों, विशेष रूप से बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों की सहायता करने का अवसर देखा। उसने पाया कि इन्हें पारंपरिक बैंकिंग सेवाओं तक पहुँचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जब उसने स्पाइस मनी के साथ काम करना शुरू किया, तो शुरू में उसके गाँव के बहुत कम लोग उसे जानते थे। हालाँकि, दो साल के सहयोग के बाद कंचन का नाम न केवल उसके गाँव बल्कि आस-पास के गाँवों के लोगों के लोगों के लिए भी अपरिचित नहीं रहा।

कंचन द्वारा अपने और अपने आसपास के गाँव के लोगों को प्रदान की जाने वाली अत्यधिक मांग वाली सेवाओं में से एक आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) है। वह आधार कार्ड को बैंक खातों से जोड़ने की सुविधा प्रदान करती है, बायोमेट्रिक सत्यापन करती है और समुदाय के लोगों को खाते की शेष राशि और निकासी के बारे में जानकारी प्रदान करती है।

कंचन ने न केवल अपनी पहचान बनाई बल्कि रावल के नागरिकों की समर्थक भी बन गई। उसकी उपलब्धियाँ “जहाँ चाह, वहाँ राह” की कहावत को चरितार्थ करती हैं, क्योंकि वह बैंकिंग सुविधा से वंचित ग्रामीण नागरिकों को सहायता प्रदान करती हैं। स्पाइस मनी कंचन जैसे अधिकारियों को विभिन्न बैंकिंग विकल्पों से सुसज्जित करता है, जिसमें नकद निकासी, मिनी एटीएम, ऋण, बिल भुगतान, नकद संग्रह केंद्र, एयरटाइम रिचार्ज, पर्यटन और यात्रा सेवाएं, ऑनलाइन शॉपिंग, पैन कार्ड सेवाएं और एमपीओएस के लिए आधार-सक्षम भुगतान प्रणाली सेवाएं शामिल हैं।

आज कंचन दूसरों के लिए आशा की किरण और प्रेरणा-स्रोत है और यह साबित करती है कि दृढ़ संकल्प के साथ, व्यक्ति चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी सफलता हासिल कर सकता है।

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