यूटीआई फ्लैक्सी कैप फंड – एक ऐसा फ्लैक्सी कैप पोर्टफोलियो जो बिजनेस सस्टेनबिलिटी पर जोर देता है, 1992 से शानदार परफ़ोर्मेंस का रिकॉर्ड

यथार्थवादी वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करना किसी भी निवेशक के लिए सफल निवेश की दिशा में पहला कदम है। इसके साथ ही आपको अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करने वाले निवेश अवसरों को समझना भी उतना ही महत्वपूर्ण  है। म्यूचुअल फंड्स आपके लघु अवधि और दीर्घावधि दोनों तरह के निवेश लक्ष्यों के लिए उपयुक्त हैं।  लेकिन योजना की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस तरह का फंड चुनते हैं। इस हिसाब से यूटीआई फ्लैक्सी कैप फंड एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो सभी तरह के लार्ज, मीडियम या स्मॉल कैप स्टॉक्स में निवेश करती है। फ्लेक्सी-कैप फंड ओपन-एंडेड इक्विटी फंड हैं जो कुल संपत्ति का कम से कम 65% विभिन्न मार्केट कैपेटलाइजेशन जैसे लार्ज-कैप, मिड-कैप या स्मॉल-कैप फंड में कंपनियों की इक्विटी परिसंपत्तियों में निवेश करते हैं। यूटीआई फ्लेक्सी कैप फंड इस श्रेणी के सबसे पुराने फंडों में से एक है (1992 में लॉन्च किया गया) और इसका लगातार प्रदर्शन का दीर्घकालिक ट्रैक रिकॉर्ड है। फंड के पास 25,611 करोड़ रु. से अधिक का कोष है (31 अगस्त, 2023 तक)।
यूटीआई म्यूचुअल फंड का यह प्रस्ताव किसी भी दीर्घावधि निवेशक के लिए उपयुक्त है। खास तौर पर ऐसे निवेशक जिन्हें ऐसे फंड की तलाश है जो निवेशकों के लिए आर्थिक मूल्य बनाने की क्षमता वाले गुणवत्ता वाले व्यवसायों में निवेश करने का प्रयास करता है।
यूटीआई फ्लैक्सी कैप फंड का निवेश विचार क्वालिटी, ग्रोथ और वेल्यूएशन के तीन स्तम्भों पर टिका है। पोर्टफोलियो की रणनीति ऐसे कारोबारों पर फोकस करने की है, जिनमें लम्बे समय तक मजबूत वृद्धि करने की क्षमता है और जो जिनका संचालन गम्भीर प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है। “क्वालिटी” (गुणवत्ता) का अर्थ है ऐसा कारोबार जो रिटर्न ऑन कैपिटल एम्पलायड (आरओसीई) या रिटर्न ऑन इक्विटी को लम्बे समय तक बनाए रख सके। अच्छी गुणवत्ता वाले कारोबार वे हैं जो अपनी इंडस्ट्री या सेक्टर के बुरे समय में भी उच्च आरओसीई और आरओई प्राप्त कर सकें और हर समय अपनी पूंजी की लागत से उपर काम कर सकें। जो कारोबार उच्च आरओसीई/ आरओई रखते हैं, उनमें आमतौर पर नकदी का प्रवाह मजबूत बना रहता है और नकदी का यह प्रवाह आर्थिक मूल्य सृजन का स्रोत बन जाता है।
दूसरी तरफ ‘ग्रोथ’ (वृद्धि) का अर्थ है कारोबार के लिए लम्बे समय तक लगातार वृद्धि। यह फंड उन कारोबारों पर जोर देता है जिनकी वृद्धि लगातार और उम्मीद के मुताबिक रहती है। यह चक्रीय या उम्मीद के अनिश्चित कारोबारों पर भरोसा नहीं करता है। चक्रीय वृद्धि या ‘डी-ग्रोथ’ बहुत अनिश्चित हो सकती है और निवेशकों को किसी भी दिशा में अचम्भित कर सकती है, जबकि निश्चित वृद्धि में जिसमें अपेक्षाकृत ज्यादा निश्चितता रहती है और दीर्घावधि चालकों तथा भविष्य के परिणामों को ज्यादा बेहतर ढंग से समझा जा सकता है। जहां उच्च गुणवत्ता वाले व्यापार आर्थिक मूल्यों का सृजन करते हैं, वहीं उच्च वृद्धि वाले व्यापार इन आर्थिक मूल्यों की कम्पाउंडिंग करते हैं। यही कारण है कि फंड स्टॉक चुनने के लिए गुणवत्ता और वृद्धि वाले स्टॉक्स को तलाशता है।
फंड के निवेश विचार का आखिरी स्तम्भ ‘वेल्यूएशन’ (मूल्यांकन) है। एक अच्छे कारोबार में प्रवेश के लिए मूल्यांकन प्रवेश द्वार की तरह है और इसीलिए किसी भी स्टॉक में प्रवेश करने से पहले इसका बहुत सावधानी से अध्ययन करना चाहिए। हालांकि प्राइस टू अर्निंग्स (पी/ई) कितने गुना है यह देखना किसी भी कारोबार के मूल्यांकन को समझने की पहली सीढी है, लेकिन मूल्यांकन की इस तकनीक को बडे पैमाने पर गलत ढंग से समझा भी जाता है और इसका दुरुपयोग भी किया जाता है। आमतौर पर एक उच्च आरओसीई और उच्च वृद्धि वाले कारोबार को उच्च पी/ई मिलनी चाहिए और यह तब भी उन दीर्घावधि निवेशकों के लिए आकर्षक निवेश हो सकता है जो आने वाले महीनों या तिमाहियों में किए जाने वाले प्रदर्शन के बजाए कारोबार के मूलभूत सिद्धांतों के आधार पर निवेश करते हैं। यही कारण है कि सिर्फ पी/ई को देखने भर से किसी निर्णय पर पहुंचने के बजाए आपको हर कारोबार की विशेषताओं का अध्ययन करना चाहिए और फिर हर कारोबार के लिए उचित मूल्यांकन बैंड का निर्धारण करना चाहिए। पी/ई जितना प्रकट करता है उससे कहीं अधिक छिपाता है और इसे हमेशा आरओसीई, व्यवसाय में पुनर्निवेश के अवसर और मुक्त नकदी प्रवाह के संदर्भ में माना जाना चाहिए।
यह फंड निवेश की ‘ग्रोथ’ स्टाइल को अपनाते हुए पूरे मार्केट कैपेटलाइजेशन में निवेश करना चाहता है। स्कीम की दस शीर्ष होल्डिंग्स में एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, एलटीआई माइंडट्री लिमिटेड, आईसीआईसी आई बैंक लिमिटेड, बजाज फाइनेंस लिमिटेड,  इन्फोसिस लिमिटेड, एवेन्यू सुपरमार्ट्स लिमिटेड, कोटक महिन्द्रा बैंक लिमिटेड, कोफोर्ज लिमिटेड, इन्फो-एज इंडिया लिमिटेड और टाइटन कंपनी लिमिटेड शामिल हैं, जो 31 अगस्त, 2023 को पोर्टफोलियो के कॉर्पस में 45 प्रतिशत हिस्सा रखते हैं।
यूटीआई फ्लैक्सी कैप फंड उन इक्व्टिी निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो अपने ‘कोर’ इक्विटी पोर्टफोलियो को बढाना चाहते हैं और आर्थिक मूल्य का सृजन करने वाले अच्छे कारोबारों में निवेश कर दीर्घावधि पूंजीगत वृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं। सार रूप में कहा जाए तो जो निवेशक सामन्य जोखिम के साथ दीर्घावधि वित्तीय लक्ष्य के लिए पांच से सात वर्ष तक का निवेश करना चाहते है, वे इस फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं।

About Manish Mathur