01 जुलाई , 2023: पिछले 5 वर्षों के दौरान पैसिव फंड के एयूएम में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह राशि 31 मार्च 2018 को 80,755 करोड़ रुपए थी, जो वार्षिक वृद्धि दर 53 प्रतिशत के साथ 31 मार्च, 2023 तक 674,783 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। इस अवधि के दौरान, भारत में उपलब्ध पैसिव फंड्स की संख्या भी 31 मार्च, 2018 को 90 से बढ़कर 31 मार्च, 2023 को 349 हो गई है। वित्तीय वर्ष 22-23 भारतीय पैसिव फंड्स इंडस्ट्री के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष था, क्योंकि इसने वित्तीय वर्ष के दौरान 1.55 लाख करोड़ रुपए का फंड इनफ्लो रिकॉर्ड किया और इस दौरान 121 नए पैसिव प्रोडक्ट्स लॉन्च किए गए। 31 मई, 2023 तक पैसिव फंडों का एयूएम बढ़कर 717,042 करोड़ रुपए हो गया। कुल इक्विटी और डेट पैसिव फंड के एयूएम में निफ्टी सूचकांकों से जुड़े पैसिव फंडों की भागीदारी लगभग 72 प्रतिशत और देश में इक्विटी और डेट पैसिव फंडों की कुल संख्या का 75 प्रतिशत हिस्सा है। 31 मई, 2023 तक, 101 अद्वितीय निफ्टी सूचकांकों पर नज़र रखने वाले 251 पैसिव फंड हैं।
बड़े अंतरराष्ट्रीय फंड मैनेजर निफ्टी सूचकांकों से जुड़े ईटीएफ भी लॉन्च करते हैं जो वैश्विक बाजारों में सूचीबद्ध हैं। वर्तमान में भारत के बाहर 16 ईटीएफ सूचीबद्ध हैं, जिनका संयुक्त एयूएम 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
एनएसई इंडेक्स के सीईओ श्री मुकेश अग्रवाल ने कहा, ‘‘यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और हमारे लिए बहुत गर्व की बात है। हम भारत सरकार के वित्त मंत्रालय, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, सेबी, ईपीएफओ, परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों, निवेशकों, ट्रेडिंग सदस्यों सहित अपने सभी हितधारकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहते हैं। उनके अटूट विश्वास और समर्थन के कारण ही यह उपलब्धि संभव हो पाई है। हम यह भी कहना चाहते हैं कि यह उपलब्धि हमारे मूल्यवान ग्राहकों द्वारा दिखाए गए निरंतर विश्वास के बिना संभव नहीं होती। हम पैसिव फंड बाजार को और आगे बढ़ाने के लिए नए और इनोवेटिव किस्म के सूचकांक लॉन्च करने के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ काम करना जारी रखेंगे। हमारा दृढ़ विश्वास है कि पैसिव फंड्स खुदरा और संस्थागत निवेशकों के लिए पूंजी बाजार में निवेश करने के लिए उपयुक्त हैं। हम पैसिव फंड्स को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे।’
पत्रिका जगत Positive Journalism