पीएफसी ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलाॅजी-कानपुर के साथ किया समझौता

Edit-Rashmi Sharma

जयपुर 29 जुलाई 2020- सरकारी स्वामित्व वाली देश की अग्रणी एनबीएफसी कंपनी पावर फाइनेंस काॅर्पोरेशन (पीएफसी) ने इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टैक्नोलाॅजी-कानपुर (आईआईटी-के) के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता स्मार्ट ग्रिड टैक्नोलाॅजी में ट्रेनिंग, शोध और एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट के लिहाज से किया गया है। सहमति पत्र के अनुसार पीएफसी अपने सीएसआर कार्यक्रम के तहत आईआईटी कानपुर को 2,38,97,000 रुपए (दो करोड़ अड़तीस लाख सत्तानवे हजार रुपए) की वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।

पीएफसी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (सीएसआर एंड एसडी) श्री आर. मुराहरि ने बताया कि समझौते का उद्देश्य स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकी पर अनुसंधान और विकास के लिए बुनियादी ढांचे के विकास में आईआईटी कानपुर को समर्थन प्रदान करना है। परियोजना के हिस्से के रूप में, आईआईटी कानपुर 90 प्रतिभागियों को स्मार्ट ग्रिड तकनीक पर प्रशिक्षण प्रदान करेगा और स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकी पर नए आइडिया के विकास के लिए 9 चयनित उम्मीदवारों को फेलोशिप प्रदान करेगा। फेलो को आईआईटी-के के स्टार्ट-अप इनोवेशन और इनक्यूबेशन सेंटर (एसआईआईसी) द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी और उद्यमशीलता संबंधी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

श्री एम. प्रभाकर दास, चीफ जनरल मैनेजर (सीएसआर एंड एसडी), पीएफसी और प्रो. जयंत कुमार सिंह, डीन रिसोर्स एंड एलुमनी, आईआईटी-के ने संबंधित संगठनों की ओर से एक वर्चुअल प्लेटफाॅर्म पर समझौते पर हस्ताक्षर किए।

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