फेनेस्टा ने लाॅन्च किए एलुमिनियम के खिड़कियां और दरवाज़े

Edit-Rashmi Sharma

नई दिल्ली 3 सितम्बर 2020 – भारत में खिड़कियों और दरवाज़ों के नंबर 1 ब्राण्ड फेनेस्टा ने रीटेल एवं संस्थागत उपभोक्ताओं की सभी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए एलुमिनियम के दरवाज़े और खिड़कियों का लाॅन्च किया है।

डीसीएम श्रीराम ग्रुप का एक भाग फेनेस्टा जो यूपीवीसी खिड़कियों एवं दरवाज़ों में अग्रणी है, ने एलुमिनियम केे दरवाज़ों और खिड़कियों के क्षेत्र में अपना विस्तार किया है, जो परफोर्मेन्स और लुक्स में शानदार हैं। कंपनी ने रिहायशी एवं कमर्शियल उपयोगों के लिए अपने एलुमिनियम रेंज का लाॅन्च किया था। शुरूआत में, ये उत्पाद देश भर में संस्थागत उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध हैं तथा एनसीआर, हैदराबाद, पुणे एवं कुछ चुनिंदा क्षेत्रों के रीटेल उपभोक्ताओं को आॅन-डिमांड उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जल्द ही यह रेंज पूरे देश में उपलब्ध होगी। फेनेस्टा व्यक्तिगत एवं संस्थागत दोनों तरह के उपभोक्ताओं तथा महानगरों के साथ-साथ दूसरे एवं तीसरे स्तर के शहरों पर भी ध्यान केन्द्रित कर रहा है। आज फेनेस्टा की सेवाएं 327 से अधिक शहरों में उपलब्ध हैं और यह आंकड़ा तेज़ी से बढ़ रहा है।

लाॅन्च के अवसर पर साकेत जैन, बिज़नेस हैड, फेनेस्टा ने बताया कि सिर्फ यूपीवीसी दरवाज़े और खिड़कियां उपलब्ध कराने वाला ब्राण्ड कैसे विंडो एवं डोर सिस्टम में सम्पूर्ण सेवा प्रदाता बन गया है।

‘‘हम देश में संगठित खिड़कियों और दरवाज़ों के सबसे बड़े ब्राण्ड हैं। हालांकि, सम्पूर्ण विंडो एवं डोर सेगमेन्ट में अग्रणी बनना हमारा लक्ष्यहै। एलुमिनियम इस श्रेणी में 60 फीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी बनाता है, ऐसे में हमारे लिए स्वाभाविक था कि हम एलुमिनियम पर ध्यान दें। हमारे लिए यह बदलाव विकास की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण है।’’

एक अनुमान के मुताबिक एलमिनियम भारत में खिड़कियों और दरवाज़ों के बाज़ार में 60-70 फीसदी योगदान देता है। यूपीवीसी का योगदान 12-15 फीसदी है, शेष योगदान लकड़ी एवं अन्य चीज़ों का है। खिड़कियों और दरवाज़ों का बाज़ार बड़े पैमाने पर असंगठित है जहां गुणवत्ता के मानकों की कमी है। हम हर खरीददार को सर्वश्रेष्ठ समाधान उपलब्ध कराना चाहते हैं, जो गुणवत्ता की दृष्टि से उनकी उम्मीदों पर खरे उतरें।
सकेत जैन का कहना है कि फेनेस्टा बदलाव में अग्रणी है और कंपनी बाज़ार की परिस्थितियों के अनुरूप अपने आप में बदलाव लाते रहने के लिए प्रयासरत है। कंपनी ने सिर्फ परियोजनाओं के दायरे से बाहर जाकर रीटेल पर ध्यान देना शुरू किया, इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘रीटेल सेगमेन्ट का बाज़ार अपने आप में बहुत विशाल है और इसीलिए हमने संस्थागत बिक्री (जो कुछ साल पहले तक हमारे कारोबार का मुख्य आधार था) के साथ-साथ रीटेल सेगमेन्ट में प्रवेश का फैसला लिया। इससे पहले हमारा ज़्यादातर कारोबार संस्थागत उपभोक्ताओं से ही आ रहा था, तभी हमने रीटेल सेगमेन्ट मेें उपभोक्ता आधार को विस्तारित करने का एक बड़ा फैसला लिया। सभी शहरों में इन्सटाॅलेशन एवं आफ्टर सेल्स सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मैनपावर की कमी एक बड़ी चुनौती है। आज की स्थिति कुछ अलग है, हमारी बिक्री में एक बड़ा योगदान रीटेल का भी है।’’

साकेत जैन के अनुसार महानगरों और पहले स्तर के शहरों में बाज़ार परिपक्व हो रहा है, क्योंकि नए निर्माण और नवीनीकरण का काम स्थिर है। ‘‘फेनेस्टा का ज़्यादातर कारोबार फिर भी इन्हीं शहरों से आ रहा है। साथ ही पंेंट, आॅटो एवं अन्य सेक्टरों की तरह इस सेक्टर में भी दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में मांग बढ़ रही है।

रोचक तथ्य यह है कि फेनेस्टा की मार्केटिंग टीम ने पाया है कि एलुमिनियम के दरवाज़ों और खिड़कियों का बाज़ार तेज़ी से बढ़ रहा है। ‘‘पंजाब/ मुंबई में, खिड़कियां 2.5 से 3 मीटर या इससे भी उंची होती हैं। ऐसे मामलों में एलुमिलियन सिस्टम बेहतर होता है। इसके अलावा खिड़कियों और दरवाज़ों के कुछ डिज़ाइनों के लिए भी एलुमिनियम एकदम अनुकूल है।’’ फेनेस्टा अपने 200 चैनल पार्टनर शोरूमों एवं सर्विस सेंटरों के माध्यम से 327 से अधिक शहरों में अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। 2020 के अंत तक कंपनी ने इस संख्या में 20 की बढ़ोतरी कर चैनल पार्टनर शोरूमों की संख्या को 220 के पार पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है।

‘‘हम फेनेस्टा ब्राण्ड की पहुंच बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। इस सेगमेन्ट में प्रतिष्ठित ब्राण्ड होने के नाते, बहुत से डीलर और वितरक हमारे साथ साझेदारी करना चाहते हैं। विंडो और डोर सेगमेन्ट, इनके कारोबर को अतिरिक्त फायदा देगा, वहीं दूसरी ओर हम उनके उपभोक्ता आधार और साख से लाभान्वित हो सकेंगे। हमें विश्वास है कि एलुमिनियम पोर्टफोलियो में यह विस्तार, इन चैनल पार्टनर्स को और भी अधिक बेहतर अनुभव प्रदान करेगा।’’

साकेत जैन ने बताया कि अन्य श्रेणियों की तुलना में दरवाज़े और खिड़कियां एक अलग कारोबार है। यहां हर दरवाज़े और खिड़की के आकार को एपरचर साइज़ के अनुसार कस्टमाइज़ किया जाता है, जिसके लिए कोई तैयार प्रोडक्ट इन्वेन्टरी मैनेजमेन्ट की ज़रूरत नहीं होती। फेनेस्टा का चैनल पार्टनर बनने के लिए सिर्फ दो चीज़ों की ज़रूरत होती है, स्थानीय संपर्क और ऐसा शोरूम जहां फेनेस्टा के सभी उत्पाद उपलब्ध हों। 365 दिन काम करने वाला फेनेस्टा कस्टमर केयर सेंटर उत्कृष्ट कस्टमर केयर सेवाएं उपलब्ध कराता है। वहीं दूसरी ओर इसका संरचित लर्निंग एवं डेवलपमेन्ट प्रोग्राम चैनल सेल्स एक्ज़क्टिव्स को आॅनबोर्ड लाने में मदद करता है।

फेनेस्टा की विंडो फैब्रिकेशन सुविधाएं भिवाड़ी (राजस्थान), हैदराबाद और चेन्नई में स्थित हैं। ‘‘हम निरंतर विस्तार कर रहे हैं, हम अपनी 80 फीसदी से अधिक क्षमता के साथ काम कर रहे हें। हमने सालाना दो अंकों का विकास दर्ज किया है, ऐसे में हमें इस क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है।

फेनेस्टा के बारे में
131 साल पुराने, रु 7771 करोड़ के प्रतिष्ठत डीसीएम श्रीराम ग्रुप का एक भाग फेनेस्टा 100 फीसदी कस्टमाइज़ किए गए यूपीवीसी एवं सिस्टम एलुमिनियम दरवाज़ों एवं खिड़कियों के डिज़ाइन, निर्माण, इन्सटाॅलेशन एवं सर्विस में विशेषज्ञ है। भारतीय बाज़ार के बारे में गहरी समझ, विविध क्षमताओं और विश्वस्तरीय प्रोद्यौगिकी के साथ यह में 2.5 मिलियन से ज़्यादा दरवाज़े और खिड़कियां इन्सटाॅल कर चुका है। जो भारतीय मौसम की चरम परिस्थितियों के लिए अनुकूल हैं। आज यूपीवीसी और एलुमिनियम के दरवाज़ों एवं खिड़कियों की दुनिया में, फेनेस्टा ने अपने आप को मजबूती से भारत के नंबर 1 ब्राण्ड के रूप में स्थापित कर लिया है, जिसकी भारत तथा नेपाल एवं भूटान में सशक्त मौजूदगी है।

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