बैंक ऑफ बड़ौदा ने किया ‘बड़ौदा किसान पखवाड़ा‘ के तीसरे एडिशन का सफल आयोजन

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 19 अक्टूबर 2020 – सरकार और बैंकों द्वारा किसानांे के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं का लाभ उठान के लिए किसानों को प्रेरित करने के अपने प्रयासों के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा ने ‘बड़ौदा किसान पखवाड़ा‘ के तीसरे एडिशन का सफल आयोजन किया। इस दौरान 1 अक्टूबर से 16 अक्टूबर, 2020 तक देशभर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

बड़ौदा किसान पखवाड़े के आयोजन का उद्देश्य बैंक के साथ अधिक से अधिक किसानों को जोड़ना था। साथ ही उन्हें नई योजनाओं के बारे में अधिक से अधिक जागरूक करना और कृषि में पेश नवीनतम तकनीकों के बारे मंे उनके ज्ञान को बढ़ाना था।

वर्तमान प्रतिकूल परिदृश्य में किसानों को आत्मनिर्भर बनाना भी इस आयोजन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य था।

इस वर्ष के किसान पखवाड़े के दौरान, बैंक ऑफ बड़ौदा ने लगभग 11000 कार्यक्रम किए, जिनमें वर्चुअल चैपाल, किसान सम्मेलन और मेगा किसान मेला शामिल हैं। इन कार्यक्रमों के साथ बैंक को देश के लगभग 3 लाख किसानों तक पहुंचने में कामयाबी मिली। इस फार्मर आउटरीच कार्यक्रम में, 5000 से अधिक ग्रामीण और अर्ध शहरी शाखाओं ने भाग लिया और व्यक्तिगत तौर पर किसानों के साथ जुड़ने का प्रयास किया। इस दौरान सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी कोविड संबंधी सभी दिशानिर्देशों का पालन किया।

बैंक द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न नई योजनाओं पर विशेष बल दिया गया हैः-

  1. कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (एआईएफ) के तहत वित्तपोषण के लिए योजना
  2. एनिमल हजबेंडरी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड के तहत वित्तपोषण की योजना।
  3. माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (एफएमई) के फाॅर्मलाइजेशन के तहत वित्त पोषण के लिए योजना

अप्रैल-सितंबर के बीच छह महीने की अवधि के लिए, बैंक का शुद्ध कृषि संवितरण 23884.69 करोड़ रुपए और कृषि बकाया पर वाईटीडी की वृद्धि 6.65 प्रतिशत है।

अप्रैल से सितंबर के बीच, बैंक ने कोविड-19 से संबंधित पांच अलग-अलग विशेष योजनाएं शुरू कीं, ताकि किसानों को महामारी की स्थिति के कारण पड़े विपरीत प्रभावों को कम करने में मदद मिल सके और इन योजनाओं के तहत 166834 किसानों को 1645.96 करोड़ रुपए करोड़ रुपए की राशि वितरित की गई।

किसान पखवाड़ा गतिविधियों के तहत, बैंक ने निम्नलिखित समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं-

  1. एसएचजी/जेएलजी, एफपीओएस और वाटरशेड विकास परियोजनाओं के संबंध में बैंक को ऋण पोर्टफोलियो बढ़ाने में मदद करने के मकसद से नाबार्ड के साथ समझौता
  2. ट्रैक्टर खरीदने के लिए किसानों को परेशानी मुक्त ऋण सुविधा का समर्थन करने के लिए ट्रैक्टर वित्त व्यवसाय के लिए महिंद्रा एंड महिंद्रा (ट्रैक्टर डिवीजन) के साथ
  3. महिंद्रा समूह की एक इकाई ओईएम मेसर्स ग्रॉमेक्स एग्री इक्विपमेंट लिमिटेड (जीएईएल) के साथ, इससे बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहकों को सीधे कंपनी के आउटलेट से ट्रैक्टर की खरीद पर 1,00,000 रुपए के डिस्काउंट की सुविधा मिली। इसके अलावा, जीएईएल की ओर से 45 एचपी और 50 एचपी मॉडल के लिए अन्य राज्यों (गुजरात को छोड़कर) में, खरीद पर 15000 रुपए तक की छूट। यह छूट जीएईएल द्वारा पहली ईएमआई के भुगतान के रूप में दी जाएगी।

कृषि क्षेत्र के प्रति बैंक ऑफ बड़ौदा की विविध पहल के बारे में जानकारी मिलने पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बी. एस. येदियुरप्पा ने बैंक की भरपूर सराहना की।

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