लाभप्रदता को कायम रखने के लिए येस बैंक का ध्यान रिटेल ग्रोथ पर – प्रशांत कुमार, एमडी और सीईओ, येस बैंक

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 29 अक्टूबर 2020 – येस बैंक ने टैक्नोलाॅजी पर आधारित सेवाओं की पेशकश करके खुदरा ग्राहक आधार को बढ़ावा देते हुए अपने बदलाव की प्रक्रिया को तेज करने की योजना बनाई है। बैंक ने हाल ही में वित्तीय प्रदर्शन, जमा में वृद्धि, और यहां तक कि आरबीआई को पूरा अग्रिम भुगतान करने के बाद भी एक जबरदस्त सुधार दिखाया है।

येस बैंक के एमडी और सीईओ प्रशांत कुमार ने बैंक की वित्तीय स्थिति को और बेहतर बनाने के लिए चार फोकस क्षेत्रों की पहचान की है।

येस बैंक के एमडी और सीईओ प्रशांत कुमार कहते हैं, ‘‘बैंक की सर्वोच्च प्राथमिकता बैंक के खुदरा आधार को मजबूत करना है। पिछले महीने, हमने 60,000 खाते खोले, दिसंबर-जनवरी तक हम प्रति माह 100,000 खातों तक पहुंचने का लक्ष्य बना रहे हैं। इससे न केवल हमारा रिटेल बेस बढ़ता है, बल्कि यह बैंक के आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है।‘‘

हाल ही में, बैंक ने आरबीआई को 50,000 करोड़ रुपये की विशेष लिक्विडिटी फेसिलिटी का पूरा भुगतान किया है और जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए 129 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। बैंक की शुद्ध ब्याज आय तिमाही आधार पर 3.4 प्रतिशत बढ़कर 1,973 करोड़ रुपये रही। इसके अलावा, बैंक ने सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) के माध्यम से 15,000 करोड़ रुपये भी जुटाए हैं।

श्री कुमार ने कहा कि खुदरा, एमएसएमई और व्यक्तिगत ऋणों की सुविधा पर और अधिक ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

उन्होंने आगे कहा, ‘‘इससे पहले, कॉर्पोरेट ऋण देने पर बड़े पैमाने पर ध्यान केंद्रित किया गया था। अब, हम अपने खुदरा और एमएसएमई पोर्टफोलियो को और बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। ऑटो, होम और एमएसएमई ऋणों को लेकर मांग बढ़ रही है। हमारा लक्ष्य इस प्रकार की माँग को पूरा करने की दिशा में 10,000 करोड़ रुपये आवंटित करके इस कदम को सुविधाजनक बनाना है। बैंक का उद्देश्य अपने लेंडिंग मिक्स को बदलना है। अभी कॉर्पोरेट हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है और आने वाले समय में खुदरा और एमएसएमई को 60 प्रतिशत तक बढ़ाना है।‘‘

बैंक की टैक्नोलाॅजी पर आधारित सेवाओं की शुरूआत के संबंध में, उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिए एक मजबूत क्षेत्र है। हम अपने सभी ग्राहकों को व्यक्तिगत सेवा प्रदान करते हैं, विशेष रूप से सोशल डिस्टेंसिंग के वर्तमान दौर में। लॉकडाउन के दौरान ये सेवाएं बहुत काम आईं। इस प्रकार की सेवाओं की हमारे ग्राहकों, विशेषकर अनिवासी भारतीयों द्वारा बहुत सराहना की गई है। हम भविष्य में भी इस तरह की सेवाओं को शुरू करने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे। निश्चित तौर पर दूसरी बड़ी बैंकों की तुलना में ये सेवाएं हमारे ग्राहकों को एक अलग किस्म का अनुभव प्रदान करती हैं।‘‘

इसके अलावा, कुमार ने बताया कि टैक्नोलाॅजी पर आधारित सेवाओं के कारण बैंक को खर्च कम करने और बचत करने के काबिल बनाया है, जिससे समग्र वित्तीय स्थिति में सुधार हुआ है। इसके अलावा, कुमार ने देश में आर्थिक पुनरुद्धार को लेकर सकारात्मक रवैया रहने का अनुमान व्यक्त किया है, जो बैंक की संभावनाओं को भी प्रभावित करेगा।

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