भारत में पोषण में सुधार के लिए अनिल अग्रवाल फाउंडेशन और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की साझा पहल

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 10 दिसंबर 2020 बिल गेट्स और अनिल अग्रवाल ने भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय को संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य 2 को प्राप्त करने 2030 तक भूख और कुपोषण मुक्त करने के लक्ष्य को प्राप्त करने केे लिए साझा पहल करते हुए आगे आए है।

एक दूसरे के काम को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए वर्चुअल बैठक के दौरान, बिल गेट्स और अनिल अग्रवाल ने अपनी साझा धारणा व्यक्त की कि जमीनी स्तर पर गरीबी उन्मूलन से बच्चों और महिलाओं के भविष्य को अधिक सुरक्षित बनाया जाएगा।

म्हिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की पहल प्रोजेक्ट नंद भारत में आंगनवाड़ी पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने के साथ ही, बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण, बाल कुपोषण के उन्मूलन के लिए सेवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। जिनमें इंटरैक्टिव शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच, और कौशल विकास प्रदान कर महिलाओं को सशक्त बनाता है ।

इस साझा पहल के तहत् बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन अनिल अग्रवाल फाउंडेशन, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ संयुक्त रूप से आंगनवाड़ियों के परिवर्तन के लिए उत्तर प्रदेश में फंड के साथ ही पोषण को मजबूत करने हेतु कार्य करेगें।

बिल गेट्स ने इस पहल के बारे कहा कि ‘‘ मैंने कहा था कि यदि मेरे पास जादू की छडी हो तो मैं सबसे पहले कुपोषण की समस्या को दूर करना चाहूंगा। यह दुनिया भर में लाखों महिलाओं और बच्चों के विनाश का कारण है। नंद घर भारत के स्वास्थ्य और विकास के लक्ष्यों को सार्थक तरीके से आगे बढ़ा रहा है, और मुझे लगता है कि हम मिलकर उन्हें और भी तेजी से आगे बढ़ाएंगे। ”

अनिल अग्रवाल ने आज चर्चा के दौरान उन मूल्यों के बारे में बताया जो उन्होंने और बिल गेट्स ने साझा किए थे। “बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन दुनिया भर में जीवन बदल रहा है। भारत में गरीबी दूर करने और कुपोषण मिटाने के लिए वे जो कार्य कर रहे हैं, वह वाकई सराहनीय है। उत्तर प्रदेश में नंद घर परियोजना पर उनके साथ साझेदारी करके हम खुश हैं। मुझे यकीन है कि हम उनके प्रयासों में योगदान कर सकते हैं ताकि सामूहिक रूप से हम भारत के कमजोर वर्ग का सहयोग कर बड़ा प्रभाव डाल सकें।

महिला एवं बाल विकास मंत्री, स्मृति जुबिन ईरानी, ने दोनो विश्वस्तरीय समाज सेवियों की इस साझा पहल का स्वागत करते हुए कहा कि “भारत सरकार हर बच्चे के लिए स्वस्थ और सुपोषित जीवन को सक्षम बनाने की दिशा में प्रतिबद्ध है। कुपोषण को कम करने के लिए बीएमजीएफ और अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की साझेदारी निश्चित रूप से एक स्थायी प्रभाव डालेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुपरहिट भारत के दृष्टिकोण को और मजबूत करेगी।‘‘

अनिल अग्रवाल ने, लगभग एक दशक पहले, सामाजिक कल्याण के लिए अपनी संपत्ति का 75 प्रतिशत देने की योजना की घोषणा की थी। अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के तत्वावधान में, वेदांता ग्रामीण समुदायों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रमुख कार्यक्रम नंद घर 100 मिलियन से अधिक महिलाओं और बच्चों के समग्र विकास के अवसर प्रदान करके उनके जीवन को बदलने की ओर अग्रसर है। वेदांता भारत में अब तक 1700 से अधिक नंद घर संचालित कर, बुनियादी स्तर पर महिलाओं और बच्चों के जीवन में सुधार कर रहा है।

About Manish Mathur