जयपुर, 02 सितंबर, 2021:एसीसी ट्रस्ट, जो एसीसी लिमिटेड की कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) शाखा है, ने हमेशा हाशिए पर रहने वाले और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदायों के जीवन में सुधार लाने पर जोर दिया है, जिसमें आजीविका, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता और महिला सशक्तिकरण शामिल हैं।
भारत के कई राज्यों में गंभीर रूप से जल संकट है और ग्रामीण समुदायों में पानी की कमी के खतरे का पूर्वानुमान करके, एसीसी ट्रस्ट ने अपना प्रतिष्ठित प्रोग्राम ”लो एक्सटर्नल इनपुट्स फॉर सस्टेनेबल एग्रिकल्चर” (LEISA) डिजाइन किया। यह प्रोग्राम जल संरक्षण हेतु हस्तक्षेप करता है और स्थानीय समुदायों, सरकारी सिंचाई विभाग एवं नागरिक समाज संगठनों के साथ मिलकर जल प्रबंधन के महत्व पर बल देता है।
पिछले कुछ वर्षों में, एसीसी ट्रस्ट ने ग्रामीण समुदायों के जीवन और आजीविका को बेहतर बनाने और बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं। पिछले वर्ष के दौरान, एसीसी ट्रस्ट ने कई परियोजनाएं भी शुरू की हैं जैसे कि चेक डैम का निर्माण, तालाबों का नवीनीकरण और गाद निकालना।
लीसा प्रोग्राम के तहत, एसीसी ट्रस्ट ने राजस्थान के बूंदी जिले में मे जनदी से कांकड़ा डूंगरगांव तक 3,600 मीटर लंबे पाइप लाइन के साथ लिफ्ट सिंचाई को लागू करने के लिए तकनी की भागीदारों के साथ सहयोग किया।इसके अलावा, एसीसी ट्रस्ट ने एक पेयजल पाइपलाइन भी बिछाई है और किसानों के लिए नियमित क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया है और “बालाजी जल उत्थान समिति, कांकड़ा” नामक जल उपयोगकर्ता समूह की स्थापना की है।
एसीसी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री धरबालकृष्णन ने कहा, “एसीसी ट्रस्ट में हम जीवन को बदलने और ग्रामीण समुदायों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे कार्यक्रम लीसा (LESIA) के माध्यम से, हम पानी की कमी, चक्रीय सूखा और पीने के पानी की अनुपलब्धता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने के लिए परिपूर्ण ग्रामीण समुदायों का निर्माण करने का प्रयास करते हैं ।”
लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट के जरिए जल संसाधनों की सुलभता में 100% वृद्धि हुई है और वहां की अर्थव्यवस्था एक फसली से द्विफसली हुई है, जिससे क्षेत्र के किसानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार आया है।
पत्रिका जगत Positive Journalism