अदानी विल्मर लिमिटेड का आईपीओ गुरुवार, 27 जनवरी, 2022 को खुलेगा

मुंबई, 24 जनवरी, 2022: अदानी विल्मर लिमिटेड (कंपनी) गुरुवार, 27 जनवरी, 2022 को अपने आईपीओ संबंधी अपनी बोली/इश्यू (इश्यू) खोलेगा।

इश्यू का प्राइस बैंड 1 रु. के अंकित मूल्य पर  218 रु. से 230 रु. प्रति इक्विटी शेयर (“इक्विटी शेयर्स”) तय किया गया है। न्यूनतम 65 इक्विटी शेयर और उसके बाद 65 इक्विटी शेयरों के गुणकों में बोली लगाई जा सकती है।

ऑफर में कंपनी के कुल 36,000 मिलियन रु. के इक्विटी शेयर्स का फ्रेश इश्यू शामिल है, जिसमें से कुल 1,070 मिलियन रु. के इक्विटी शेयर्स आरएचपी में बताये गये तरीके से कुछ पात्र कर्मचारियों (कर्मचारी आरक्षण हिस्सा) को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होंगे और कुल 3,600 मिलियन रु. के इक्विटी शेयर्स कंपनी के प्रमोटर, अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (“एईएलई“और इस इश्यू का ऐसा हिस्सा, शेयरधारक आरक्षण हिस्सा) के कुछ पात्र शेयरधारकों को आवंटन के लिए उपलब्ध होंगे । कर्मचारी आरक्षण हिस्सा और शेयरधारक आरक्षण हिस्सा को घटाने के बाद बचा इश्यू, नेट इश्यू (“नेट इश्यू”) है। 21 रु. प्रति इक्विटी शेयर की छूट कर्मचारी आरक्षण हिस्से में बोली लगाने वाले पात्र कर्मचारियों को दी जा रही है और इस तरह की छूट को 19 जनवरी, 2022 के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (“आरएचपी”) के हिस्से के रूप में माना जाना चाहिए और इसे आरएचपी के साथ मिलाकर पढ़ा जाना चाहिए।

यह इश्यू, प्रतिभूति अनुबंध (विनियमन) नियम, 1957 के नियम 19(2)(बी), यथा संशोधित (“एससीआरआर”), भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (पूंजी का निर्गम और प्रकटीकरण आवश्यकताएँ) विनियम, 2018 के विनियम 31, यथा संशोधित (“सेबी आईसीडीआर रेगुलेशंस”) की शर्तों के अनुसार और सेबी आईसीडीआर विनियमों के विनियम 6(1) के अनुपालन में बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए उपलब्ध कराया जा रहा है, जहां शुद्ध निर्गम का 50% से अनधिक आनुपातिक आधार पर योग्य संस्थागत खरीदारों (“क्यूआईबी“, “क्यूआईबी हिस्सा) को आवंटित किया जाएगा, बशर्ते कि कंपनी, प्रबंधकों के परामर्श से, सेबी आईसीडीआर विनियमों के अनुसार विवेकानुधीन रूप से एंकर निवेशकों को क्यूआईबी हिस्से का 60% तक आवंटित कर सकती है (“एंकर निवेशक हिस्सा), जिसमें से एक-तिहाई घरेलू म्युचुअल फंड के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते कि एंकर निवेशक आवंटन मूल्य पर या उससे ऊपर घरेलू म्यूचुअल फंड से वैध बोलियां प्राप्त हों। एंकर इन्वेस्टर पोर्शन में अंडर-सब्सक्रिप्शन, या अनावंटन की स्थिति में, शेष इक्विटी शेयरों को शुद्ध क्यूआईबी हिस्से में जोड़ा जाएगा।

 

इसके अलावा, नेट क्यूआईबी हिस्से का 5% आनुपातिक आधार पर केवल म्यूचुअल फंड को आवंटित किए जाने के लिए उपलब्ध होगा, और शेष नेट क्यूआईबी हिस्सा म्यूचुअल फंड्स सहित सभी क्यूआईबी बोलीदाताओं को लिए आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते उनके द्वारा इश्यू मूल्य पर या उससे ऊपर वैध बोलियाँ प्राप्त हों। आगे, नेट इश्यू का 15% से अनधिक हिस्सा गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा और नेट इश्यू का 35% से अनधिक हिस्सा सेबी आईसीडीआर विनियमों के अनुसार आरआईबी को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते इश्यू मूल्य या इससे अधिक पर उनसे वैध बोलियाँ प्राप्त हों। सभी संभावित बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) को एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड एमाउंट (“एएसबीए“) प्रक्रिया का अनिवार्य रूप से उपयोग करना होगा, और इश्यू संबंधित एएसबीए खातों, एवं यूपीआई मेकेनिज्म का उपयोग करते हुए, यदि लागू हो, आरआईबी की स्थिति में यूपीआई आईडी की जानकारी देनी होगी, जिसमें एससीएसबी द्वारा या यूपीआई मेकेनिज्म के तहत, जैसा भी मामला हो, संबंधित बोली राशियों की सीमा तक संबंधित बोली राशि अवरुद्ध कर दी जायेगी। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के माध्यम से इश्यू में भाग लेने की अनुमति नहीं है।

 

विवरण के लिए, आरएचपी के “पृष्ठ 362” पर शुरू होने वाले इश्यू प्रोसिजर को देखें।

आरएचपी के माध्यम से पेश किए गए इक्विटी शेयर्स बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध किये जाने हेतु प्रस्तावित हैं।

इस प्रेस विज्ञप्ति में संदर्भित सभी बड़े अक्षरों वाले शब्द जिन्हें परिभाषित नहीं किया गया है, उनका वही अर्थ होगा जो आरएचपी में निर्धारित है।

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