ग्लोबल टीचर प्रविजेता रंजीत सिंह दिसाले ने लीड के 1.2 मिलियन से ज्यादा स्टूडेंट्स के लिये मेंटल मैथ्सा पर मास्टरक्लास का संचालन किया

मुंबई, 11 जनवरी, 2022: स्‍टूडेंट्स को गणित से लगने वाला डर दूर करने की अपनी कोशिशों में, प्रमुख स्‍कूल एडटेक कंपनी लीड ने एक मास्‍टरक्‍लास का संचालन किया। यह मास्‍टरक्‍लास 1.2 मिलियन से ज्‍यादा स्‍टूडेंट्स के लिये लीड के 3000+ पार्टनर स्‍कूलों में ग्‍लोबल टीचर प्राइज 2020 के विजेता रंजीत सिंह दिसाले के साथ की गई।

अंतर्राष्‍ट्रीय मानक के अपने पाठ्यक्रम के माध्‍यम से लीड स्‍टूडेंट्स के लिये गणित के कॉन्‍सेप्‍ट्स को इस तरह से आसान बनाती है कि वे उन्‍हें समझ सकें और असल जिन्‍दगी में उनका इस्‍तेमाल कर सकें। लीड को इन कॉन्‍सेप्‍ट्स के ‘मीनिंग’ पर केन्द्रित होने और अपने हर काम में उसका इस्‍तेमाल करने पर यकीन है, चाहे छुट्टी का दिन हो, किराना स्‍टोर का दौरा या किचन में कुकिंग, ताकि इन कामों में समय को मैनेज किया जा सके और आर्थिक फैसले किये जा सकें।

1 मिलियन डॉलर के ग्‍लोबल टीचर प्राइज के विजेता श्री दिसाले से गणित के प्रयोग सीखने पर स्‍टूडेंट्स उनके प्रति आदर से भर गये थे। ग्‍लोबल टीचर प्राइज पढ़ाई के लिये नोबल प्राइज के बराबर है। सेशन के दौरान स्‍टूडेंट्स ने छोटे अभ्‍यासों में भी भाग लिया, ताकि उनकी मेंटल मैथ्‍स बेहतर हो और फिर क्विज़ में, ताकि मास्‍टरक्‍लास से मिली सीखों का इस्‍तेमाल कर सकें। श्री दिसाले ने बतौर एक टीचर अपने सफर के बारे में भी बताया और समझाया कि उन्‍होंने आईटी में कॅरियर के अलावा इसे वैकल्पिक पेशे के रूप में क्‍यों चुना। उन्‍होंने लड़कियों को शिक्षित करने के लिये अपनी पहल के बारे में भी बताया, ताकि वे स्‍कूल जाना न छोड़ें।

लीड के को-फाउंडर और सीईओ सुमीत मेहता ने कहा, “श्री दिसाले ने स्‍टूडेंट्स की पढ़ाई के परिणामों को बेहतर बनाने के लिये काम किया है और शिक्षा की कमियों को दूर करने के लिये टेक्‍नोलॉजी के इस्‍तेमाल की मुखरता से वकालत की है। हम अपने स्‍टूडेंट्स के लिये इस सेशन को संचालित करके खुश हैं, क्‍योंकि श्री दिसाले और लीड का विचार एक ही है। इस सेशन से देश के सभी हिस्‍सों के स्‍टूडेंट्स को यह देखने का मौका मिला है कि गणित से दिमाग कैसे प्रेरित होता है, अवलोकन की कुशलताएं बेहतर होती हैं और छोटी उम्र से ही तार्किक चिंतन की कुशलताएं विकसित करने में मदद मिल सकती है।‘’

रंजीत सिंह दिसाले ने कहा, “पढ़ाई का लक्ष्‍य है नई समस्‍याओं को हल करने के लिये अपने ज्ञान के इस्‍तेमाल में समर्थ होना। स्‍टूडेंट्स की पढ़ाई के परिणामों को सुधारना महत्‍वपूर्ण है, खासकर छोटे कस्‍बों में, ताकि शिक्षा की कमियों को दूर किया जा सके। बच्‍चों को अंतर्राष्‍ट्रीय मानक का पाठ्यक्रम देने के लिये लीड की प्रतिबद्धता को देखकर मैं उत्‍साहित हूँ, जिससे शिक्षा को सभी की पहुँच में लाया जा रहा है।”

ब्‍लॉग ‘गणित चर्चा’ के फाउंडर श्री देबाप्रियाय मुखोपाध्‍याय लीड के स्‍टूडेंट्स के लिये तीन और मेंटल मैथ्‍स सेशंस का संचालन करेंगे। गणित चर्चा के माध्‍यम से श्री मुखोपाध्‍याय और उनकी टीम कॉन्‍सेप्‍ट्स की गहन समझ पर ध्‍यान देती है, ताकि गणित में निपुण मस्तिष्‍क का विकास सुनिश्चित हो और स्‍टूडेंट्स कुशलताएं सीखने का आनंद लें।

लीड की मास्‍टरक्‍लास सीरीज भारत की पहली पहल है, जो स्‍कूली बच्‍चों को संपूर्ण शिक्षा देती है और विभिन्‍न क्षेत्रों के जाने-माने विशेषज्ञों से सीखने की अनुमति भी। यह छोटे कस्‍बों और शहरों के बच्‍चों के लिये कभी उपलब्‍ध नहीं था। क्रियेटिव राइटिंग पर पहली मास्‍टरक्‍लास मशहूर लेखक चेतन भगत के साथ आयोजित की गई थी। दूसरी मास्‍टरक्‍लास में टेनिस की प्रसिद्ध खिलाड़ी सानिया मिर्जा थीं, जिन्‍होंने स्‍टूडेंट्स को फिटनेस और योग पर शिक्षित किया। तीसरी मास्‍टरक्‍लास महान क्रिकेटर सुनील गावस्‍कर के साथ हुई थी, जो पब्लिक स्‍पीकिंग पर थी और चौथी कैप्‍टन क्‍लास रघु रामन के साथ व्‍यक्तित्‍व विकास पर थी।

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