आईसीसी सोशल इम्पैक्ट अवार्ड में अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन को लगातार चौथी बार हासिल हुए पुरस्कार

मुंबई, 12 अप्रैल, 2022- अंबुजा सीमेंट्स की सीएसआर शाखा अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन को कोलकाता में इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) द्वारा आयोजित चौथे सोशल इम्पैक्ट अवार्ड 2022 में तीन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन, संकरैल ने बड़े उद्योगों की श्रेणी में जेंडर इक्विलिटी एंड  वीमैन एम्पावरमेंटपुरस्कार प्राप्त किया, जबकि अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन फरक्का ने वाटर रिसोर्स मैनेजमेंट एंड लाइवलीहुड्सके क्षेत्र में अपने काम के लिए एक पुरस्कार हासिल करने के साथ ही हेल्थ कैटेगरी में भी ज्यूरी अवार्ड हासिल किया।

विभिन्न कंपनियों और गैर सरकारी संगठनों के लगभग 60 आवेदनों में से, अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन जल, महिला अधिकारिता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ संगठन के रूप में सामने आया। लगातार चौथी बार अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन फरक्का और संकरैल ने ग्रामीण समुदाय के सामुदायिक विकास पहल में अपने काम के लिए आईसीसी सोशल इम्पैक्ट अवार्ड जीता। पुरस्कार समारोह में ऑस्ट्रेलिया के महावाणिज्य दूत, जापान के महावाणिज्य दूत और उप उच्चायुक्त, कोलकाता भी शामिल हुए।

इंडिया होल्सिम के सीईओ और अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री नीरज अखौरी ने कहा, ‘‘सामाजिक रूप से जिम्मेदार संगठन के रूप में अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड ने हमेशा वंचित समुदायों के विकास और उनकी प्रगति पर अपना फोकस रखा है। हम देश भर के ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक विकास की पहल करने में सबसे आगे रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों से आईसीसी द्वारा हमें दी गई यह मान्यता समुदायों को सक्रिय करने, शामिल करने और सक्षम करने के हमारे सहज लोकाचार का एक प्रमाण है, उनकी भलाई के लिए काम करने की हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।’’

अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन लगभग 130 भारी उद्योगों के साथ पश्चिम बंगाल के औद्योगिक ब्लॉक संकरैल में जेंडर सेंसिटाइजेशन और विशेष रूप से अंबुजा सीमेंट संयंत्र क्षेत्रों के आसपास के 16 गांवों में महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम कर रहा है। महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत, स्व-सहायता समूह बनाने, ऋण योजना को बढ़ावा देने और कृषि, जल संसाधन प्रबंधन और स्वास्थ्य और कौशल विकास के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के साथ कार्यक्रम को एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। संगठन स्थानीय महिलाओं को विकास के स्थानीय मुद्दों में भाग लेने और समुदाय या पंचायत की बैठकों का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे 40 प्रतिशत महिलाएं ग्राम स्तर की संस्थाओं और समितियों का हिस्सा बनती हैं।

फरक्का पश्चिम बंगाल का एक और ब्लॉक है जो बांग्लादेश सीमा के करीब स्थित है और राज्य के बहुत कम विकसित ब्लॉक में से एक माना जाता है। गांवों में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं नाममात्र के लिए उपलब्ध थीं, और लोगों के स्वास्थ्य से जुड़े संकेतक भी निराशाजनक थे, लेकिन अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन ने इस दिशा में काम करते हुए सामुदायिक भागीदारी पर ध्यान केंद्रित किया। इसके बाद इस क्षेत्र में परिवार नियोजन को लेकर लोगों के व्यवहार में परिवर्तन, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और एनीमिया की रोकथाम स्पष्ट नजर आने लगी है। टीम जल संचयन और लिफ्ट सिंचाई प्रणाली के माध्यम से छोटे भूमि धारकों की आजीविका में सुधार लाने पर भी काम कर रही है जिससे उन्हें अधिक फसलें उगाने, बेहतर उपज प्राप्त करने और अधिक कमाई करने में मदद मिल रही है।

अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन की निदेशक और सीईओ पर्ल तिवारी ने कहा, ‘‘इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स जैसी प्रसिद्ध संस्थाओं की ओर से पिछले कुछ वर्षों से हमारे काम को मान्यता देना हमारे लिए वाकई गर्व की बात है। सारा श्रेय संकरैल और फरक्का में हमारी मेहनती और प्रतिबद्ध टीम को जाता है जो हमारे ग्रामीण समुदायों में समृद्धि लाने के लिए अथक प्रयास करती है।’’

आईसीसी सोशल इम्पैक्ट अवार्ड्स इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) की एक पहल है जिसमें चैंबर राष्ट्रीय आधार पर कॉरपोरेट संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों और कार्यान्वयन एजेंसियों के साथ सामाजिक निवेश, सीएसआर और सस्टेनबिलिटी के क्षेत्र में किए गए अनुकरणीय कार्यों के लिए उनकी पहचान करता है और उन्हें मान्यता देता है।

About Manish Mathur