मेडिक्स ग्लोबल और एमपॉवर ने भारत में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रांतियों को कम करने के लिए सहयोग किया

मुंबई, 15 दिसंबर, 2022: मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं दुनिया भर में लगातार बढ़ रही हैं और ये तेजी से वैश्विक महामारी का रूप ले रही हैं।

वैश्विक स्वास्थ्य प्रबंधन कंपनी, मेडिक्स ने आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट की एक पहल एवं भारत में मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र में अग्रणी, एमपावर के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की है। मेडिक्स 300 से अधिक इन-हाउस चिकित्सकों की टीम और दुनिया के 4,500 से अधिक अग्रणी स्पेशलिस्ट्स के वैश्विक गुणवत्ता मान्यता-प्राप्त नेटवर्क के साथ लाखों ग्राहकों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को प्रभावी तरीके से पूरा करता है और एमपावर के पास 600 से अधिक अनुभवी मानसिक स्वास्थ्य प्रोफेशनल्स की मजबूत क्षमता है जिसने वैज्ञानिक दृष्टि से प्रामाणिक, विश्वस्तरीय हस्तक्षेप तकनीकें उपलब्ध कराकर 121 मिलियन से अधिक लोगों की जिंदगी को सकारात्मक रूप में प्रभावित किया है। इस साझेदारी के जरिए, एमपावर और मेडिक्स भारत में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाने के लिए एकीकृत और उन्नत तकनीकी समाधान पेश करेंगे।

एमपावर और मेडिक्स साथ मिलकर भारत में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी संवाद में बदलाव लाने हेतु काम करेंगे और इस हेतु सहायता पाने के नए तरीकों को बढ़ावा देंगे। यह साझेदारी मानसिक और भावनात्मक परामर्श और सलाह के लिए नया, समग्र दृष्टिकोण प्रदान करती है, जिसे विशेष रूप से देश के युवाओं तक पहुंचने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

इस महत्वपूर्ण साझेदारी के अंतर्गत, मेडिक्स इंडिया एमपॉवर की मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को अपने विभिन्न देखभाल कार्यक्रमों में शामिल करेगा, अपने ग्राहकों और भागीदारों को उपलब्ध कराएगा जिनमें प्रमुख बीमाकर्ता, कॉर्पोरेट नियोक्ता और अन्य हितधारक शामिल हैं, और एमपावर क्लीनिक एवं वर्चुअल मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ कराएगा।

इस साझेदारी के माध्यम से एमपावर ज्ञान और सेवा भागीदार के रूप में मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता के साथ मानसिक स्वास्थ्य सहायता चाहने वाले रोगियों को विभिन्न प्रामाणिक मानसिक स्वास्थ्य समाधान और उपचार प्रदान करेगा, जबकि मेडिक्स गुणवत्ता सुनिश्चितता, लक्ष्य-निर्धारण रणनीतियों, नैदानिक तरीकों, डिजिटल मानसिक एवं शारीरिक आकलन और परिणामों के माप व विश्लेषण आदि के लिए अभिनव उपकरण में अपनी वैश्विक विशेषज्ञता का उपयोग करेगा और इस प्रकार, भारत में अब तक की मानसिक देखभाल के स्वरूप एवं मूल्यांकन को नया आकार प्रदान करेंगे।

एमपावर की संस्थापक और चेयरपर्सन, डॉ. नीरजा बिड़ला ने इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए कहा, “एमपावर हमेशा से भारत में मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी रहा है और यह साझेदारी इस क्षेत्र में एक बार फिर से भारत में एक चेंज मेकर के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करने के लिए बढ़ाया गया एक और कदम है। मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और सामाजिक कारकों के बीच जटिल परस्पर क्रिया के कारण विभिन्न चिकित्सीय स्थितियों वाले लोगों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं आम हैं, इस प्रकार मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों ही संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण घटक हैं। इस सहयोग के जरिए एक ही मंच पर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का विकल्प चुनने की सुविधा प्रदान कर रोगियों को समग्र समाधान उपलब्ध कराया जा रहा है। हम आशा करते हैं कि इस तरह के सहयोग भारत में समग्र स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन में एक नए अध्याय की शुरुआत करेंगे और मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को समान महत्व प्रदान करते हुए आगे के शोध, जुड़ाव, पहुंच को प्रोत्साहन देंगे और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करेंगे।”

मेडिक्स की प्रेसिडेंट और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सुश्री सिगल एट्ज़मन ने कहा, “हमें एमपावर के साथ साझेदारी करने पर गर्व है, क्योंकि हम दोनों ही ब्रांडों के बीच मजबूत तालमेल देखते हैं, जिसका लोगों के सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके पर बहुत गंभीर प्रभाव है। हम युवा पीढ़ी को विभिन्न कारणों से बढ़ते दबावों का सामना करते हुए देख रहे हैं और अक्सर, सकारात्मक तरीके से इन चुनौतियों का सामना करने के लिए उनके पास साधनों की कमी होती है। हमारा उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना है और चुनौतियों से निपटने के लिए वास्तविक और कार्रवाई योग्य उपकरण प्रदान करते हुए संवाद और चर्चाओं को प्रोत्साहित करना है।”

मानसिक स्वास्थ्य आज भारत के खासकर युवाओं में देखी जा रही सबसे चिंताजनक समस्याओं में से एक है। डब्ल्यूएचओ की विश्व मानसिक स्वास्थ्य रिपोर्ट 2022 के अनुसार, गंभीर मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति वाले लोग आम लोगों की तुलना में ऐसी शारीरिक बीमारियों के चलते 10 से 20 साल पहले मर जाते हैं, जिनसे बचा जा सकता है। डेलॉइट के 2022 के “मेंटल हेल्थ एंड वेल-बीइंग इन द वर्कप्लेस” शीर्षक वाले सर्वेक्षण के अनुसार, पिछले वर्ष में 80 प्रतिशत भारतीय कर्मचारियों ने मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की सूचना दी है। इन खतरनाक आँकड़ों के बावजूद, सामाजिक भ्रांतियां लगभग 39% प्रभावित उत्तरदाताओं को उनके लक्षणों का इलाज कराने से रोकती हैं।

इस साझेदारी के माध्यम से एमपावर और मेडिक्स 2023 से भारत में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं!

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