टाटा पावर ने इस राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर ऊर्जा दक्षता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई;

राष्ट्रीय, 19 दिसंबर, 2022: आज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य में, भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनियों में से एक, टाटा पावर ने क्लब एनर्जी ऊर्जा मेला 2022 के साथ स्थायित्वपूर्ण भविष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत किया। यह ऊर्जा मेला युवा ऊर्जा चैंपियन के साथ जुड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया राष्ट्रव्यापी मंच है।

मेला का आयोजन आज दिल्ली में किया गया, जिसमें छात्रों ने हरित तकनीक विज्ञान-मॉडल बनाने, फिल्म बनाने, पोस्टर बनाने और नवाचार एवं उद्यमशीलता की मानसिकता पर केस स्टडीज जैसी प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लिया। इन कार्यक्रमों को जलवायु संबंधी पहल हेतु युवा नेतृत्वकर्ताओं को तैयार करने के लिए डिजाइन किया गया था, जो अपने समुदायों में चेंज एजेंट के रूप में कार्य करेंगे और जलवायु परिवर्तन की व्यापक कार्रवाई को गति प्रदान करेंगे। इस कार्यक्रम में दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, झारखंड और गुजरात सहित टाटा पावर के व्यावसायिक भौगोलिक क्षेत्रों के लगभग 100 सरकारी और निजी स्कूलों के 500 से अधिक छात्रों ने प्रतियोगिताओं और गतिविधियों में भाग लिया।

इस वर्ष का विषय “सस्टेनेबल इज अटेनेबल” टाटा पावर के समग्र संरक्षण मिशन के अनुरूप रखा गया था ताकि राष्ट्र में हरित और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को लोकप्रिय बनाया जा सके और लाखों भारतीयों के लिए स्थिरतापूर्ण जीवन शैली को “प्राप्य” के रूप में प्रचारित किया जा सके।

क्लब एनर्जी के तत्वावधान में ऊर्जा मेला का आयोजन किया गया। यह क्लब पर्यावरण के संरक्षण, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने, वायु प्रदूषण को कम करने और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के बारे में स्कूली बच्चों को जागरुक करने के प्रयास में कार्रवाई करने हेतु एक सफल आह्वान के रूप में उभरा है। क्लब एनर्जी अद्वितीय और आकर्षक तरीके से संबंधित विषयों पर संरक्षण युक्तियों, कार्यशालाओं और नियमित सत्रों के माध्यम से पर्यावरण और ऊर्जा संरक्षण के महत्व के बारे में युवाओं को शिक्षित करता है और जागरूकता पैदा करता है। यह पहल स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में टाटा पावर के निरंतर प्रयासों पर प्रकाश डालती है, जिसका उद्देश्य ‘अमृत काल’ के दौरान नए भारत के लिए हरित अभियान को शक्ति प्रदान करना है और 2045 से पहले कार्बन नेट-जीरो बनने के लिए कंपनी की स्थिरता यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे भारत के जलवायु एजेंडे में योगदान दिया जा सके।

 

नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के निदेशक, डॉ. चिंतन वैष्णव इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री गणेश श्रीनिवासन भी उपस्थित थे।

टाटा पावर के संरक्षण पहलों के बारे में बोलते हुए, टाटा पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक, डॉ प्रवीर सिन्हा ने कहा, “टाटा पावर को ‘सस्टेनेबल इज अटेनेबल’ मिशन को आगे बढ़ाने पर गर्व है, जिससे भारत के हरित ऊर्जा संक्रमण का मार्ग प्रशस्त होता है। क्लब एनर्जी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि हमारा मानना है कि बच्चों में प्रगतिशील राष्ट्र निर्माण की शक्ति है, और ऊर्जा मेला 2022 पूरे देश के युवा परिवर्तनकारियों को एक साथ लाने में सफल रहा, जो अब इस अभियान का नेतृत्व करेंगे।

मेला के दौरान छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए, नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के मिशन निदेशक, डॉ. चिंतन वैष्णव ने कहा, “जलवायु परिवर्तन की बढ़ती चिंताओं के साथ स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और संरक्षण पर बातचीत केंद्र स्तर पर पहुंच रही है। आज हम सर्वोत्तम प्रतिभाओं को जलवायु के क्षेत्र में शानदार काम करते हुए देख रहे हैं क्योंकि यह नवाचार करने के लिए जबरदस्त अवसर प्रदान करता है। टाटा पावर ऊर्जा मेला में छात्रों के साथ बातचीत करना दिलचस्प था और समाज के लिए एसटीईएम शिक्षा पर दिया जा रहा जोर काफी प्रशंंसनीय था।”

अपनी महत्वाकांक्षी स्वच्छ ऊर्जा रणनीति के अनुसार, कंपनी ऊर्जा बचाने और दक्षता में सुधार करने के विभिन्न तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास करती है और क्लब एनर्जी कार्यक्रम स्थिर भविष्य के निर्माण हेतु टाटा पावर के  दृष्टिकोण के प्रमुख वाहकों में से एक रहा है। कम उम्र में ऊर्जा की खपत और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में सामाजिक और व्यवहारिक परिवर्तन लाने के लिए पर्यावरणीय मुद्दों को संबोधित करने के लिए युवा पीढ़ी की भागीदारी आवश्यक है।

समाज के समावेशी विकास को और बढ़ावा देने के लिए, टाटा पावर अपनी ‘पे ऑटेंशन’ पहल के माध्यम से ऑटिज्म से ग्रस्त बच्चों का भी समर्थन कर रहा है, जो भारत का पहला फिजिटल ऑटिज्म सपोर्ट नेटवर्क है। ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) के बारे में जागरूकता बढ़ाने और युवाओं एवं उनके माता – पिता व देखभाल करने वालों को ऑटिज्म के शिकार व्यक्तियों को समझने, स्वीकार करने और समर्थन करने में मदद करने के लिए मेले में विशेष नुक्कड़ नाटक किया गया।

क्लब एनर्जी, टाटा पावर की पुरस्कृत पहल 2004 में शुरू की गई थी और बाद में कंपनी के अन्य सभी परिचालन क्षेत्रों में इसे अपनाया गया।

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