बेहतरीन परफॉर्मेंस की एक और तिमाही वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में रेवेन्यू 45% वर्ष—दर—वर्ष बढ़कर 98.4 करोड़ रुपए

मुंबई, भारत, 18 जनवरी, 2023: चॉइस इंटरनेशनल लिमिटेड (BSE: 531358, NSE: CHOICEIN), भारत भर में काम करने वाली मुख्य फाइनेंशियल सर्विस कंपनियों में से एक (“CIL”, “चॉइस” या “कंपनी”) ने 31 दिसंबर, 2022 को समाप्त तिमाही और अवधि के लिए अपने रिजल्ट की घोषणा की।

  • 4 करोड़ रुपए का कुल रेवेन्यू v/s 67.7 करोड़ रुपए [á45%]
  • 3 करोड़ रुपए का ईबीआईटीडीए v/s 22.4 करोड़ रुपए[á17%], ईबीआईटीडीए मार्जिन 26.7% v/s 33.1%
  • 9 करोड़ रुपए का पीएटी रेवेन्यू v/s 13.6 करोड़ रुपए [á2%], पीएटी मार्जिन 14.1% v/s 20.1%
  • रेवेन्यू योगदान 65% स्टॉक ब्रोकिंग, 21% एडवाइजरी और 14% एनबीएफसी
  • 6 करोड़ रुपए का कुल रेवेन्यू v/s 192.6 करोड़ रुपए
  • 3 करोड़ रुपए का ईबीआईटीडीए v/s 65 करोड़ रुपए, ईबीआईटीडीए मार्जिन 24% v/s 34%
  • 8 करोड़ रुपए का पीएटी रेवेन्यू v/s 38.2 करोड़ रुपए, पीएटी मार्जिन 12% v/s 20%
  • डीमैट खातों की संख्या 91% से अधिक बढ़कर40 लाख हो गई।
  • स्टॉक ब्रोकिंग के लिए एयूएम 206 अरब रुपए, वर्ष-दर-वर्ष 19% अधिक
  • एयूएम फॉर्म्युचुअल फंड्स 363 करोड़ रुपए , 11% की वर्ष—दर—वर्ष वृद्धि
  • मासिक सिपबुक 43% बढ़कर 4 करोड़ रुपए
  • बीमा प्रीमियम में सालाना आधार पर 96 लाख रुपए की वृद्धि हुई है
  • वित्तीय वर्ष 23 की तीसरी तिमाही के अंत में लोनबुक5 करोड़ रुपए
  • 31 दिसंबर, 2022 तक नेट नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनएनपीए) 0.01% है
  • एडवाइजरी सेगमेंट ने रुपये की ऑर्डर बुक के साथ7 करोड़ रुपए का राजस्व जनरेट किया, ऑर्डर बुक 3.44 अरब रुपए

वित्तीय वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही की परफॉर्मेंस पर मैनेजिंग डायरेक्टर श्री कमल पोद्दार की टिप्पणी:

वर्ष की अंतिम तिमाही में प्रवेश करते हुए हमें यह बताते हुए खुशी है कि चॉइस का प्रदर्शन अच्छा रहा है और वह अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर रही है। वर्ष के लिए हमारा रेवेन्यू उम्मीदों से अधिक होने की राह पर है। चॉइस ने 98.4 करोड़ रुपए का राजस्व दिया है जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 45% अधिक है। वित्तीय वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के लिए हमारा समेकित ईबीआईटीडीए और पीएटी क्रमशः 26.3 करोड़ रुपए और 13.9 करोड़ रुपए था।

तिमाही के दौरान, हमने पात्र कर्मचारियों को 9 लाख से अधिक (900K) के एम्प्लॉई स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOPs) जारी किए है। यह कंपनी के साथ हमारे कर्मचारियों के हितों को जोड़ने और कंपनी की दीर्घकालिक सफलता में एक सार्थक हिस्सेदारी प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा मानना है कि इससे हमारे कार्यबल के बीच जुड़ाव और प्रेरणा बढ़ेगी, और अंततः कंपनी का प्रदर्शन और बेहतर होगा, हम और अधिक तरक्की करेंगे।

तिमाही के दौरान हमने ब्रोकिंग और डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस में महत्वपूर्ण बाजार हिस्सेदारी हासिल करना जारी रखा। हमारे ब्रोकिंग व्यवसाय में, वित्तीय वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में हमारा एवरेज डेली टर्नओवर (एडीटीओ) बढ़कर 7.4 अरब रुपए हो गया। चॉइस इंटरनेशनल वर्तमान में एनएसई की सक्रिय (यूसीसी) सूची में 15वें स्थान पर है। हमने जिफी ऐप को एक सुपर ऐप चॉइस फिनएक्स में बदल दिया है, जो यूजर को एक ही जगह पर विभिन्न प्रकार के वित्तीय साधनों का लाभ उठाने और आसानी से निवेश करने की क्षमता प्रदान करता है। अत्याधुनिक तकनीक के साथ यह यूजर को एक सरलीकृत निवेश अनुभव प्रदान करता है।

हमारे म्युचुअल फंड वितरण कारोबार में, म्युचुअल फंड के लिए ग्राहक एयूएम पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 11% बढ़कर 363 करोड़ रुपए हो गया। चॉइस इंश्योरेंस ब्रोकिंग ने 9.6 करोड़ रुपए का बीमा प्रीमियम जनरेट किया, यह 63% की वर्षदरवर्ष वृद्धि है।

हमारे एनबीएफसी की डिजिटल लेंडिंग लोन बुक तिमाही के दौरान 2.6 गुना बढ़कर 53.2 करोड़ रुपए हो गई, जिसने हमारी लोन बुक को कुल 3.24 अरब रुपए तक पहुंचा दिया। इसके अलावा, हमारी चॉइस फिनएक्स और चॉइस मनी ने वित्तीय सेवा उद्योग में ग्राहकों की मजबूत रुचि पाना जारी रखा है।

एडवाइजरी बिजनेस में, तिमाही के दौरान, हमें एक बार फिर जल जीवन मिशन (JJM) के तहत अनुबंध से सम्मानित किया गया है। हमारे एडवाइजरी बिजनेस ने 20.9 करोड़ रुपए राजस्व के साथ वित्तीय वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में ऑर्डर बुक 3.44 अरब रुपए हो गई।

हम आगे बढ़ते जा रहे हैं लेकिन उत्कृष्टता और विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अपरिवर्तित रहती है। हम भारत में विस्तार और विविधीकरण के लिए नए अवसरों की तलाश करते हुए ग्राहकों की संतुष्टि और नवाचार को प्राथमिकता देना जारी रखेंगे। अनुकूल डेमोग्राफी, मजबूत अर्थव्यवस्था और सहायक सरकारी नीतियों के साथ, हमारे शेयरधारकों के लिए सफलता और वैल्यू क्रिएशन की असीम संभावनाएं हैं।

About Manish Mathur