एमक्योर फार्मास्युटिकल्स फेरिक कार्बोक्सीमल्टोज के 750 मिलीग्राम इंजेक्टेबल वेरिएंट को लॉन्च करने वाली भारत की पहली कंपनी बनी

पुणे, 17 मई, 2023- एमक्योर फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (ईपीएल) ने ओरोफर एफसीएम 750 को लॉन्च करने की घोषणा की है। यह दवा फेरिक कार्बोक्सीमल्टोज (एफसीएम) युक्त इसके पैरेन्टेरल आयरन ब्रांड का एक नया वेरिएंट है।

आयरन की कमी और आयरन की कमी वाले एनीमिया (आईडीए) के रोगियों के लिए अधिक प्रभावी और सुविधाजनक विकल्प प्रदान करने के लिए यह नया वेरिएंट तैयार किया गया है। डीसीजीआई-अनुमोदित फेरिक कार्बोक्सीमल्टोज को आयरन की कमी के उपचार के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। इसका उपयोग तब किया जाता है, जब ओरल आयरन अप्रभावी होता है या इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है। यह पहले से ही 1000एमजी/20एमएल और 500एमजी/10एमएल सिंगल-यूज़ वायल के रूप में उपलब्ध है। इस नवीनतम लॉन्च के साथ ओरोफर एफसीएम 750एमजी/15एमएल 15 उस खुराक के रूप में भी उपलब्ध होगा, जिसकी सिफारिश 10जी/डीएल से कम हीमोग्लोबिन वाले रोगियों और 35 किग्रा से 70 किग्रा के बीच शरीर के वजन वाले रोगियों के उपचार के लिए की जाती है। ओरोफर एफसीएम केवल एक पंजीकृत चिकित्सक के नुस्खे के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।

आयरन की कमी वाला एनीमिया ज्यादातर महिलाओं के लिए बहुत तकलीफदेह होता है, विशेष रूप से गर्भावस्था के बाद के त्रैमासिकों के दौरान और बाद में प्रसवोत्तर रक्तस्राव (पीपीएच) के दौरान। भारतीय अध्ययनों के अनुसार लगभग 36 फीसदी मांओं की मृत्यु पीपीएच1 के कारण होती हैं; जबकि गर्भावस्था के दौरान एनीमिया शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में क्रमशः 45.7 प्रतिशत और 54.3 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में बताया गया है, जो मां के स्वास्थ्य से जुड़ी प्रसवोत्तर समस्याओं को जन्म देता है और बच्चों के भी प्रारंभिक स्वास्थ्य परिणामों में बाधा डालता है। गर्भावस्था में आईडीए के उपचार के लिए एफसीएम का उपयोग करने वाले भारतीय अध्ययनों ने संकेत दिया है कि अधिकांश रोगियों में औसत हीमोग्लोबिन ढ10जी/डीएल होता है। 35-70 किलोग्राम के बीच शारीरिक वजन पर उन्हें 1500 मिलीग्राम एफसीएल की आवश्यकता हो सकती है। 750 मिलीग्राम आयरन तक की एफसीएम की एक खुराक को 250 मिली सामान्य सेलाइन में मिलाकर 15 मिनट की छोटी अवधि में डाला जा सकता है।

एमक्योर फार्मास्युटिकल्स में प्रेसिडेंट-इंडिया बिजनेस अनिल कोठियाल ने कहा, ‘‘एमक्योर फार्मास्युटिकल्स में हम आयरन की कमी वाले एनीमिया (आईडीए) को भारत में स्वास्थ्य से जुड़ी एक प्रमुख सार्वजनिक चिंता के रूप में मान्यता देते हैं, खासकर महिलाओं के बीच। हम भारत में आईडीए के इस महत्वपूर्ण बोझ को दूर करने में मदद करने के लिए ओरोफर एफसीएम 750 पेश करके राहत का अनुभव कर रहे हैं। यह भारत में रोगियों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए नए और अधिक प्रभावी समाधान प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। हमें विश्वास है कि ओरोफर एमसीएफ 750, अपनी सुविधाजनक खुराक शक्ति के साथ आईडीए के ऐसे रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपचार विकल्प प्रदान करेगा, जिन्होंने ओरल आयरन से फायदा नहीं हो रहा है या जो उसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। ओरोफर एफसीएम जल्द ही प्रमुख फार्मेसियों और अस्पतालों में उपलब्ध होगा।’’

अप्रैल 2018 में, इंटेन्सिफाइड नेशनल आयरन प्लस इनिशिएटिव (आई-एनआईपीआई) ने ‘एनीमिया मुक्त भारत’ कार्यक्रम से संबंधित दिशानिर्देशों में भारत में गर्भवती महिलाओं में हल्के से मध्यम एनीमिया के गंभीर और चयनित मामलों के लिए पहली पंक्ति के उपचार के रूप में एफसीएम की सिफारिश की। एफसीएम दरअसल एक यूनिक आयरन कॉम्प्लैक्स में एक कार्बाेहाइड्रेट शैल द्वारा स्थिर एक फेरिक हाइड्रॉक्साइड कोर होता है, जो लक्षित ऊतकों को कंट्रोल्ड आयरन डिलीवरी को सक्षम बनाता है। एफसीएम सीरम फेरिटिन और हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ा सकता है और ओरल आयरन और आयरन सुक्रोज थेरेपी की तुलना में बेहतर साबित होता है।

एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड का लक्ष्य भारत में आईडीए से पीड़ित रोगियों की चिकित्सा संबंधी जरूरतों को पूरा करना है, जिसके लिए उन्हें एक विश्वसनीय और सुविधाजनक उपचार विकल्प प्रदान किया जाता है।

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